तूफान के चलते राज्य की बिजली की व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। वहीं बर्फीले तूफान के साथ ही तेज बारिश भी हुई और कई पेड़, मकान क्षतिग्रस्त हुए। बिजली के खंभे भी गिर गए। फिलहाल आम जनजीवन पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
विंडसर पुलिस का कहना है इस इस मामले के दो संदिग्ध आरोपियों की गहनता से तलाश की जा रही है। इस संबंध में मंदिर प्रशासन द्वारा पुलिस को इत्तला की गई और आरोपियों पर जल्द सख्त कार्रवई की मांग की गई है।
मृतका रोहतक के बालंद गांव की रहने वाली थी। युवती कनाडा में रह रही थी। उसके प्रेमी ने जून 2022 में मिलने के लिए उसे सोनीपत बुलाया। फिर यहां उसकी हत्या कर शव को खेत में दफना दिया।
कनाडा की पुलिस ने कहा है कि उसने कनाडा से अवैध तरीके से अमेरिका में घुसने की कोशिश के दौरान सेंट लॉरेंस नदी में डूबने वाले दो और प्रवासियों के शवों को बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक दो और शव मिलने से बृहस्पतिवार को प्रवासियों से भरी एक नौका के पलटने से जुड़ी घटना में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर आठ हो गई है।
यह मामला कनाडा का है। रेलवे स्टेशन पर जिस शख्स के साथ यह घटना हुई है उसका नाम अहमद बताया जा रहा है। अहमद ने ओटावा के सीटीवी न्यूज को बताया कि सुरक्षा गार्ड उसके पास आया और उससे कहा कि यहां नमाज न पढ़ें।‘
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो चीनी सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने के बाद बेहद खुश हैं। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि इससे मुझे पर्सनली बहुत फायदा होगा। जानिए उन्होंने ऐसा क्यों कहा है।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक 21 साल के सिख छात्र हुआ हमला चर्चा में है। हमलावरों ने न केवल सिख छात्र की पगड़ी उतारी बल्कि उसे बाल पकड़कर घसीटा। उस पर शुक्रवार रात हमला हुआ, जब वह अपने घर लौट रहा था।
जालंधर में 700 से अधिक छात्रों द्वारा एजुकेशन माइग्रेशन सर्विस के लिए तहत स्टडी वीजा के लिए आवेदन किया गया था। इसके लिए प्रत्येक छात्र से हंबर कॉलेज में एडमिशन व अन्य खर्चों के लिए 16 लाख से अधिक रूपये लिए गए थे।
निहंग का चोला पहने प्रदीप सिंह उर्फ प्रिंस तलवारों की चोट से इस कदर घायल हो चुका था कि वो चल भी नहीं पा रहा था। उसके कदम लड़खड़ा रहे थे और बचने के लिए भाग रहा था लेकिन पीछे भीड़ चली आ रही थी जिसमें से कुछ लोगों ने उसका कत्ल कर दिया।
कनाडा ने भी चायनीज ऐप टिकटॉक पर बैन लगा दिया है। सुरक्षा हवाला देते हुए कनाडा ने चायनीज कंपनी के ऐप के खिलाफ ये कदम उठाया है। इससे पहले अमेरिका भी इसी तरह का हवाला देते हुए ये कार्रवाई कर चुका है।
कनाडा में एक बार फिर से एक हिंदु मंदिर को निशाना बनाया गया है। मिसिसॉगा में राम मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित करने की घटना सामने आई है। इस घटना को लेकर भारतीय दूतावास ने कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने का अनुरोध किया है।
कनाडा में लगातार हिंदू मंदिरों को निशाना बनाए जाने का मामला जारी है। कनाडा के मिसिसॉगा में भगवान श्रीराम के मंदिर को निशाना बनाए जाने के बाद भारतीय दूतावास आग बबूला हो गया है। पीएम जस्टिन ट्रुडो से इस मामले में सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को ट्वीट किया कि हम मिसिसॉगा में राम मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं।
उड़ती हुई यह संदिग्ध वस्तु 8 कोणीय शेप में दिखाई दी, जिसमें तार लटके हुए थे। हालांकि कोई पैलोड नहीं था। इससे कोई सैन्य खतरा नहीं था, लेकिन चूंकि यह संदिग्ध रूप से उड़ते हुए यह वस्तु अमेरिका के डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक को प्रभावित कर सकती थी।
अमेरिका के बाद अब कनाडा में भी एयरस्पेस के ऊपर संदिग्ध वस्तु दिखी, जिसे कनाडा के पीएम ट्रूडो के आदेश पर अमेरिकी जेट ने मार गिराया है।
चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
पाकिस्तान से लेकर आस्ट्रेलिया तक व कई अन्य देशों में हिंदू मंदिर निशाने पर हैं। पाकिस्तान से अक्सर हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने की खबरें सामने आती रहती हैं। हाल ही में आस्ट्रेलिया में भी कुछ उपद्रवियों ने हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। अब कनाडा में भी हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। इससे भारतीय लोग नाराज हैं।
न्यूयॉर्क में अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर भीषण सड़क दुर्घटना होने से 6 लोगों की मौत हो गई है और 3 लोग घायल हैं। भीषण कोहरा और जबरदस्त बर्फबारी से दृश्यता लगभग शून्य थी। चालक को कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। बर्फ और कोहरे के बीच छिपकर बैठी सफेद मौत ने बस के पहुंचते ही 6 लोगों की जान ले ली।
कनाडा में डॉक्टरों की काफी कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए कनाडा की सरकार अपने यहां कुछ नियमों में ढील देने जा रही है। इन नियमों से भारतीयों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
अगर आप कनाडा में पढ़ रहे हैं या पढ़ने की सोच रहे हैं तो जान लें खबर। कनाडा ने अपनी वर्क पॉलिसी में बदलाव किया है। ये भारतीय छात्रों के लिए फायदेमंद हैं।
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