कनाडा में लगातार हिंदू मंदिरों को निशाना बनाए जाने का मामला जारी है। कनाडा के मिसिसॉगा में भगवान श्रीराम के मंदिर को निशाना बनाए जाने के बाद भारतीय दूतावास आग बबूला हो गया है। पीएम जस्टिन ट्रुडो से इस मामले में सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को ट्वीट किया कि हम मिसिसॉगा में राम मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं।
उड़ती हुई यह संदिग्ध वस्तु 8 कोणीय शेप में दिखाई दी, जिसमें तार लटके हुए थे। हालांकि कोई पैलोड नहीं था। इससे कोई सैन्य खतरा नहीं था, लेकिन चूंकि यह संदिग्ध रूप से उड़ते हुए यह वस्तु अमेरिका के डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक को प्रभावित कर सकती थी।
अमेरिका के बाद अब कनाडा में भी एयरस्पेस के ऊपर संदिग्ध वस्तु दिखी, जिसे कनाडा के पीएम ट्रूडो के आदेश पर अमेरिकी जेट ने मार गिराया है।
चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
पाकिस्तान से लेकर आस्ट्रेलिया तक व कई अन्य देशों में हिंदू मंदिर निशाने पर हैं। पाकिस्तान से अक्सर हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने की खबरें सामने आती रहती हैं। हाल ही में आस्ट्रेलिया में भी कुछ उपद्रवियों ने हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। अब कनाडा में भी हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। इससे भारतीय लोग नाराज हैं।
न्यूयॉर्क में अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर भीषण सड़क दुर्घटना होने से 6 लोगों की मौत हो गई है और 3 लोग घायल हैं। भीषण कोहरा और जबरदस्त बर्फबारी से दृश्यता लगभग शून्य थी। चालक को कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। बर्फ और कोहरे के बीच छिपकर बैठी सफेद मौत ने बस के पहुंचते ही 6 लोगों की जान ले ली।
कनाडा में डॉक्टरों की काफी कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए कनाडा की सरकार अपने यहां कुछ नियमों में ढील देने जा रही है। इन नियमों से भारतीयों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
अगर आप कनाडा में पढ़ रहे हैं या पढ़ने की सोच रहे हैं तो जान लें खबर। कनाडा ने अपनी वर्क पॉलिसी में बदलाव किया है। ये भारतीय छात्रों के लिए फायदेमंद हैं।
इससे पहले कनाडा ने चीन से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया था। कनाडा स्थित टेलीविजन नेटवर्क सीटीवी के अनुसार, कनाडा सरकार ने चीन, हांगकांग और मकाऊ से आने वाले यात्रियों के लिए COVID-19 टेस्ट को अनिवार्य कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक इन आठों लड़कियों को घटना वाली जगह से गिरफ्तार किया गया। इनमें से तीन लड़कियां 13 साल की है जबकि दो 16 साल और तीन लड़कियों की उम्र 14 साल है।
इस रोड शो का उद्देश्य राज्य में निवेश के प्रति आकर्षण पैदा करने के लिए प्रचार करना और निवेश को बढ़ाना है। इसी क्रम में 8 दिसंबर से 15 दिसंबर तक कनाडा के टोरंटो, मॉनट्रियल और वैंकूवर शहरों में रोड शो किए गए।
कनाडा में 40 साल की सिख महिला की उसके घर में घुसकर कई बार चाकू से वार करके हत्या कर दी गई। खबर के मुताबिक इस मामले में उसके पति को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
Canada Becomes China's new Challenging Country: दक्षिण चीन सागर में दादागीरी दिखाने वाले चीन को अब हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के अलावा एक और नया चैलेंजर्स मिल गया है। इससे चीन की चुनौती बढ़ गई है।
Justin Trudeau-Xi Jinping Fight: शी जिनपिंग और जस्टिन ट्रूडो के झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसमें चीनी राष्ट्रपति ट्रूडो पर भड़कते हुए दिख रहे हैं। उनका बचाव करने के लिए चीन की तरफ से बयान जारी किया गया है।
G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि हम हर जिस चीज पर चर्चा करते हैं उसे अखबार को लीक कर दिया जाता है। यह उचित नहीं है।
Permanent Indian Can join Canadian Military:सेना में भर्ती की राह देख रहे देश के युवाओं के लिए बड़ी खबर है। भारतीय सेना में मौका नहीं पाने वाले देश के युवा अब एक दूसरे देश की सेना में भी स्थाई सैनिक के रूप में भर्ती हो सकेंगे।इससे युवाओं को नौकरी पाने का सुनहरा अवसर मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें बंपर सैलरी भी दी जाएगी।
भारत ने कनाडा को स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने देश में 6 नवंबर को होने वाले जनमत संग्रह को न कराए। कनाडा में 6 नवंबर को आंटोरियो में भारत विरोधी संगठन SFJ तथाकथित खालिस्तानी जनमत संग्रह कराने जा रहा है। इस जनमत संग्रह को रोकने के लिए भारत ने स्पष्ट चेतावनी दी है।
कनाडा जाने वाले लोगों की संख्या में आने वाले दिनों में अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी होने वाली है क्योंकि वहां की सरकार ने ज्यादा पेशेवर लोगों को अपने देश में एंट्री देने की बात कही है। 2025 तक कनाडा अपने यहां हर साल 5 लाख लोगों को एंट्री देगा।
90 लाख लोग या कनाडा की आबादी का लगभग एक चौथाई हिस्सा 2030 तक सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंच जाएगा, जो अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में श्रमिकों की तत्काल कमी पैदा करेगा।
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