प्रधानमंत्री नियुक्ति समिति, सीसीईए, राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति, सीसीएस, निवेश और वृद्धि मामलों की कैबिनेट समिति और रोजगार तथा कौशल विकास मामलों की कैबिनेट समिति के अध्यक्ष हैं।
देश में कमजोर पड़ती अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोजगारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार और ताजा बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर मोदी सरकार ने कमर कसनी शुरू कर दी है। इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है।
इस कमिटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हैं।
नीतीश कुमार ने किया कैबिनेट का विस्तार, बीजेपी कोटे से एक भी मंत्री को नहीं मिली जगह
देश में नवनिर्वाचित 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से आरंभ होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो गया है।
नए केन्द्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक में किसानों, पशुओं और छोटे व्यापारियों को लेकर कुल चार बड़े फैसले किए गए।
पीयूष गोयल ने शुक्रवार को केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का पदभार ग्रहण कर लिया।
नए केन्द्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक खत्म हो गई है। बैठक शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कार्यभार संभाला और फिर अपने पहले फैसले में शहीदों के बच्चों को तोहफा दिया।
गुरुवार को प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद आज मंत्रियों को उनके विभागों का बंटवारा कर दिया गया है
आज शाम करीब साढ़े पांच बजे साउथ ब्लॉक में मोदी कैबिनेट की पहली बैठक होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट चुन ली है। गुरुवार को एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 57 मंत्रियों ने शपथ ली। जिसमें 24 कैबिनेट, नौ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 अन्य ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
नए केन्द्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक शुक्रवार की शाम को होने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी कोई निश्चित एजेंडा नहीं है और इसमें संसद का सत्र आहूत करने की संभावित तारीख तय की जा सकती है।
राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण और प्रकाश जावड़ेकर उन 36 मंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने बृहस्पतिवार को दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली। इसके अलावा 20 सांसदों ने पहली बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
मंत्रिपरिषद में सुषमा स्वराज, सुरेश प्रभु, मेनका गांधी, राधा मोहन सिंह, महेश शर्मा, राज्यवर्द्धन सिंह राठौर, सत्यपाल सिंह, के जे एलफोंस को नई सरकार में स्थान नहीं मिला है । नई सरकार में उमा भारती और मनोज सिन्हा भी शामिल नहीं हैं । सुषमा और उमा ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा जबकि मनोज सिन्हा चुनाव हार गए ।
नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पीयूष गोयल वित्त और रेल जैसे महत्वपूर्ण संभाल चुके हैं। उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के विश्वसनीय नेताओं में से एक माना जाता है।
अमित शाह को साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को 71 लोकसभा सीटें जीताने का भी क्रेडिट दिया जाता है। 2019 लोकसभा चुनाव में यूपी में सपा-बसपा गठबंधन को मात देने और बंगालें भाजपा के बड़ी ताकत बनकर उभरने में उनकी रणनीति कारगर साबित हुई
साल 2014 जब दस साल बाद भारतीय जनता पार्टी केंद्र की सरकार में लौटी थी, तब राजनाथ सिंह ही भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष थे। राजनाथ सिंह दो बार भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज के दोबार मंत्रिमंडल में शामिल होने या ना होने को लेकर स्थिति साफ हो गई है। इस सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को नरेंद्र मोदी सरकार मंत्री बनाया गया है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़