नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिपरिषद विस्तार में शपथ लेने वाले 43 मंत्रियों में 30 लोकसभा और 11 राज्यसभा के सदस्य हैं। इसके साथ ही, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरुगन दो ऐसे मंत्री हैं जो फिलहाल संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। सोनोवाल फिलहाल असम विधानसभा सदस्य हैं। इस मंत्रिपरिषद विस्तार में कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। राज्यसभा के जिन सदस्यों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे, जद (यू) अध्यक्ष आरसीपी सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, हरदीप पुरी, मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रुपाला शामिल हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिपरिषद विस्तार में शपथ लेने वाले 43 मंत्रियों में 30 लोकसभा और 11 राज्यसभा के सदस्य हैं। इसके साथ ही, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरुगन दो ऐसे मंत्री हैं जो फिलहाल संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। सोनोवाल फिलहाल असम विधानसभा सदस्य हैं।
मोदी कैबिनेट में आज कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्रियों समेत कुल 43 मंत्रियों ने शपथ ली है। वहीं कुल 12 मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रीपरिषद में बुधवार को विस्तार और फेरबदल किया गया। इसमें 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है जबकि सात वर्तमान राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
कैबिनेट विस्तार और फेरबदल से पहले कुल 12 मंत्रियों ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर का भी मंत्री परिषद से इस्तीफा हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें प्रधानमंत्री मोदी नए बनने वाले मंत्रियों को संबोधित करते हुए नजर आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार आज शाम को होगा। लेकिन, कैबिनेट विस्तार से पहले ही इंडिया टीवी को सूत्रों के हवाले से उन 43 सांसदों के नाम मिल गए हैं, जो आज शाम को मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
नए चेहरों को एडजस्ट करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल से कई मंत्रियों की छुट्टी भी की गई है। इनमें बंगाल से भाजपा की सांसद देबाश्री चौधरी, संतोष गंगवार शामिल हैं।
केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आज पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा है और इस विस्तार के साथ कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी भी तय है और इस कड़ी में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से देबाश्री चौधरी की छुट्टी हो गई है। यानि आज होने वाले विस्तार के बाद प्रधानमंत्री मोदी का जो नया मंत्रिमंडल होगा उसमें देबाश्री चौधरी शामिल नहीं होगी। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में हार के बाद ऐसी संभावना थी कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के नेताओं के मंत्रिपद को बदल सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जुलाई को सुबह 10.30 बजे अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल कर सकते हैं। इससे पहले संभावित मंत्री दिल्ली पहुंच रहे हैं |
केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है. ऐसे में केंद्र की सत्ता में जदयू को कितनी हिस्सेदारी मिलने वाली है, इसको लेकर कयास लगने लगे हैं |
जदयू ने कहा कि बिहार में भाजपा के 17 सांसद हैं और केंद्र में पांच मंत्री हैं। लेकिन जदयू के 16 सांसद हैं और एक भी मंत्री नहीं है। ऐसे में जदयू ने चार मंत्री पद मांगे हैं |
मोदी सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार से पहले केंद्र सरकार ने कई राज्यों में राज्यपाल की नई नियुक्तियां की हैं। नए राज्यपालों की नियुक्तियों में सबसे अहम उन लोगों के नाम हैं जो मौजूदा समय में मोदी सरकार में मंत्री थे लेकिन अब उन्हें राज्यपाल नियुक्त किया जा रहा है। ऐसे नामों में थावरचंद गेहलोत हैं जिन्हें केंद्रीय मंत्री से हटाकर कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार इसी हफ्ते होने जा रहा है। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार 8 जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है और इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनवाल, नारायण राणे तथा कुछ अन्य नेताओं को दिल्ली आने के लिए कह दिया गया है। इनके अलावा सुशील मोदी, अनुप्रिया पटेल, अलावा मनोज तिवारी, हिना गावित और राहुल कासवान जैसे युवाओं के नाम भी संभावित मंत्रियों में शुमार हैं।
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