एक समय दुनिया की फैक्ट्री कहे जाना वाला चीन धीरे-धीरे गंभीर मंदी की चपेट में फंसता जा रहा है। एक के बाद एक आर्थिक आंकड़ें इसकी गवाही दे रहे हैं। वहीं, भारत बिना किसी बाधा के तेजी से आगे बढ़ रहा है। दुनियाभर के निवेशक अब भारत की ओर रुख कर रहे हैं।
‘आईफाइनेंस’ सभी खातों का सिंगल व्यू डैशबोर्ड प्रदान करता है। बैंक ग्राहक खाते का बैलेंस, खाते से हुए खर्चों का ब्योरा, स्टेटमेंट डाउनलोड करने के साथ कई और काम इससे कर पाएंगे। आईफाइनेंस’ सुविधा मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। यह ग्राहकों को खाते की जानकारी आसाानी से उपलब्ध कराएगा।
अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर (दादरी नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन) में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) पांचवीं बार बायबैक करने जा रही है। कंपनी ने इससे पहले चार बायबैक में 66,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। इस बार कंपनी 17 हजार करोड़ के शेयर बायबैक करेगी।
चीन लगातार पीछे होता जा रहा है। वहीं, भारत हर मोर्चे पर चीन से आगे निकलता जा रहा है। चीन मंदी की चपेट में है, जबकि भारत दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है। इसके चलते पूरी दुनिया भारत की ओर रुख कर रही है।
वैश्विक बाजारों में तेजी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी 50 में बुधवार को लगातार दूसरे सत्र में तेजी दर्ज की गई। बाजार में यह तेजी फेड से मिले संकेत के बाद आई है। फेड अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि दरों में बढ़ोतरी खत्म हो सकती है।
पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते समय ब्यार दर, प्रोसेसिंग फीस, समयसीमा आदि का ख्याल रखें। इसके अलावा बैंक से यह भी पता करें कि अगर आप प्रीमेंट करते हैं तो क्या चार्ज देना होगा। बैंक आपको रिड्यूसिंग और फ्लैट इंटरेस्ट पर ब्याज दे रहा है। अगर रिड्यूसिंग पर दे रहा है तो अच्छी बचत होगी।
अगर आप एक साल के लिए पैसा निवेश करना चाहते हैं तो बैंकों के मुकाबले कॉरपोरेट एफडी में निवेश कर ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। कंपनियां अपनी जरूरत के लिए कॉरपोरेट एफडी जारी करती है। इस पर बैंकों के मुकाबले हमेशा ब्याज अधिक रहता है लेकिन जोखिम भी होता है।
केंद्र सरकार द्वारा बेटियों की आर्थिक सुरक्षा के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Scheme) शुरू की गई हे। इस योजना में आप अपनी बेटी के नाम सिर्फ 250 करके खाता खोल सकते हैं। इसमें निवेश किए गए 1.5 लाख रुपये इनकम टैक्स से टैक्स छूट भी मिलती है।
कोरोना महामारी के बाद बैंकिंग फर्जीवाड़े की घटना में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसके चलते आरबीआई बैंकों पर सख्ती बरत रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा पर लिया गया यह एक्शन उसी दिशा में माना जा रहा है। इससे बैंक के ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चत करने में मदद मिलेगी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अगर इजराइल ने गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू कर दी तो स्थिति और खराब हो सकती है। आर्थिक और बाजार के रुझानों के विपरीत, भूराजनीतिक विकास की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। यह अनिश्चितता बाज़ारों पर असर डालेगी।
भारत में 1,319 व्यक्तियों के पास अब ₹1,000 करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति है। अमीरों की संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में 76 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सूची में शिव नादर 2,28,900 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर हैं। दिलचस्प बात यह है कि भारत में 259 अरबपति हैं, जो पिछले साल की तुलना में 38 अधिक है।
त्योहारी सीजन में युवाओं के लिए एक और अच्छी खबर आई है। देश में बेरोजगारी दर छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। यानी रोजगार के अवसर बढ़ने से बेरोजगारी घटी है। जानकारों का कहना है कि त्योहारी सीजन में रोजगार के और मौके बनेंगे। इससे बेरोजगारी दर में और गिरावट की उम्मीद है।
स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के संगठन एएचपीआई ने कहा है कि बीमा कंपनियां मरीजों की तरफ से किए गए दावों को ‘गलत ढंग से’ खारिज कर रही है। क्लेम नहीं मिलने से बीमा कराने वाले मरीज असली पीड़ित बन रहे हैं। बीमा नियामक आईआरडीएआई के पास कई शिकायतें दर्ज की गई हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
मोदी सरकार टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों पर लगातार सख्ती बरत रही है। स्विस बैंक की ओर से खाताधारकों का डेटा मिलने से सरकार को कदम उठाने में आसानी होगी। इससे टैक्स चोर आसानी से पकड़ में आ जाएंगे। वहीं, देश के बाहर कालाधन भेजना आसान नहीं होगा।
इजरायल पर हमास के हमले के बाद अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में बड़ी गिरावट आ गई। बाजार बंद होने पर शेयर 5.09% की गिरावट के साथ 788.50 रुपये में बंद हुआ। आपको बता दें कि इसी साल अडाणी ग्रुप ने इजरायल में हइफा बंदरगाह को करीब 1.18 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था।
बीएसई सेंसेक्स 483.24 अंक टूटकर 65,512.39 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 142.60 अंक लुढ़ककर 19,510.90 अंक पर बंद हुआ। बाजार में बड़ी बिकवाली आने से निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
माना जा रहा है कि बिल्डर अब अधिक मुनाफा कमाने के लिए लक्जरी आवासीय परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सस्ते मकानों में मुनाफे का मार्जिन भी कम रहता है। 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले लक्जरी घरों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है। वास्तव में पिछले पांच साल में यह तीन गुना हो गई है।
सुरक्षित निवेश के लिए सोना सबसे पहली पसंद है। शायद आप सभी को याद होगा कि जब कोराना आया था तो शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आ गई थी। वहीं सोने में जबरदस्त तेजी थी। इसके चलते सोने का भाव 62 हजार के पार पहुंच गया था। हालांकि, उसके बाद सोने में गिरावट देखने को मिली थी।
मल्टी एसेट म्यूचुअल फंड वे होते हैं जो अपनी पूंजी को इक्विटी, डेट और कमोडिटी जैसे कई एसेट क्लास में निवेश करते हैं। यह फंड बाजार में उतार-चढ़ाव के समय निवेशकों को सही रिटर्न दिलान में मदद करता है। साथ ही निवेश पर जोखिम भी कम करता है। इसलिए लंबी अवधि में यह स्कीम शानदार रिटर्न देता है।
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