Diwali के मौके पर लाठियां भांजते और ढोलपर थिरकते दिखते हैं बुंदेलखंड के लोग. हाजारों साल पुरानी ‘दिवारी नृत्य’ (Diwari Dance) परंपरा Bundelkhand में आज भी जीवित है. हर साल Diwali के दिन युवा लाठियों से वार करते दिखाई देते हैं. युद्ध जैसा प्रतीत होता है यह नृत्य भगवान कृष्ण (Lord Krishna) के समय की कला है. इस नृत्य को लोग आत्म रक्षा (Self Defense) की कला मानते हैं. इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम बांदा में दिवारी नृत्य कर रहे युवाओं के पास पहुंचकर इस कला के बारे जानी. इस दौरान कलाकारों ने अपनी कुछ समस्याएं भी बताई, आप भी सुनिए.
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