वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 1,497 डॉलर प्रति औंस और चांदी भी गिरावट के साथ 17.81 डॉलर प्रति औंस रह गई।
सोने की तरह चांदी के दाम में भी उछाल देखने को मिला। चांदी का भाव 172 रुपए की बढ़त के साथ 48,400 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
रुपए में उतार-चढ़ाव की वजह से सोने में तेजी है।
डॉलर के मुकाबले रुपये के मजबूत होने से दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 74 रुपये टूटकर 38,775 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार चांदी में भी मामूली दस रुपए की गिरावट आई और यह 48,590 रुपए प्रति किलोग्राम रह गई।
इस असामान्य तेजी की सबसे बड़ी वजह अमेरिका व चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध और वैश्विक मंदी की आहट माना जा रहा है।
दिल्ली में, 24 कैरेट सोना (99.9 प्रतिशत शुद्धता) गुरुवार को 39,650 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था
सोना 24 कैरेट का भाव मंगलवार को 39,126 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
बाजार सूत्रों ने कहा कि स्थानीय आभूषण कारोबारियों की कमजोर मांग के कारण सोने में गिरावट आई।
वैश्विक घटनाक्रमों के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में बहुमूल्य धातुओं की मांग प्रभावित हुई। इस वजह से शुक्रवार को सोना 500 रुपये की गिरावट के साथ 40,000 रुपये के रिकॉर्ड स्तर से नीचे आकर 39,720 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया।
राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 प्रतिशत तथा 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने के भाव क्रमश: 39,670 रुपए और 39,500 रुपए प्रति 10 ग्राम पर अपरिवर्तित रहे।
वायदा बाजार एमसीएक्स पर सोने का भाव सोमवार को फिर नई उंचाई 39,340 रुपए प्रति 10 ग्राम पर चला गया
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में कमजोर रुख के बावजूद स्थानीय आभूषण कारोबारियों की सतत लिवाली समर्थन से मुख्यत: सोने की कीमतों में तेजी आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के बावजूद स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की मांग बढ़ने के कारण घरेलू हाजिर बाजार में इस बहुमूल्य धातु सोने की कीमतों में उछाल आया।
सर्राफा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के साथ स्थानीय आभूषण निर्माताओं की घटी मांग की वजह से सोने की कीमतों में गिरावट आई है।
आभूषण कारोबारियों की ताजा लिवाली से स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 475 रुपये की तेजी के साथ 38,420 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया।
वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच पीली धातु यानी सोने की चमक इस महीने कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है, क्योंकि निवेशकों के लिए यह सुरक्षित और पसंदीदा निवेश का सबसे बेहतर विकल्प बन गया है। ऐसे में त्योहारी सीजन में भारत में सोना 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला जाए तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा।
विदेशों में सोने की कीमतों में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग के कारण यह गिरावट आई है।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं उठाव बढ़ने के अलावा मजबूत वैश्विक रुख के चलते प्रमुख तौर पर चांदी की कीमतों में तेजी आई है।
विश्लेषकों के मुताबिक, सोने की कीमतों में उछाल का मुख्य कारण सकारात्मक वैश्विक रुख के साथ स्थानीय मांग में वृद्धि होना है।
गिरावट का कारण विदेशी बाजारों में इसकी कीमत 1,500 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर मजबूत होने के बावजूद स्थानीय सर्राफा व्यापारियां की मांग में कमी आना था।
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