बुलट ट्रेन को लेकर बड़ी बाधा खत्म हो गई है। इस परियोजना के लिए बांद्रा-कुर्ला परिसर (बीकेसी) में जमीन देने के लिए महाराष्ट्र सरकार सहमत हो गयी है।
रॉयल एन्फील्ड की बुलट का शौक रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। कंपनी ने अपनी दमदार बाइक बुलट 500 का बीएस 4 मानकों के अनुरूप अपग्रेड कर बाजार में उतारा है।
नीति आयोग ने सैन्य और अर्द्धसैनिक बलों के लिए शरीर पर पहने जाने वाले सुरक्षा कवच के घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन को मसौदा तैयार किया है।
देश की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच दौड़ेगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह ट्रेन समुद्र के नीचे से भी गुजरेगी। 7 किमी लंबा रूट तैयार जिया जाना है।
जल्द ट्रेनों की रफ्तार दोगुनी बढ़ेगी। रेलवे 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले इंजन को भारत लाने जा रही है। 8 घंटे में आप पहुंच सकेंगे दिल्ली से मुंबई।
नई दिल्ली: हाई-स्पीड ट्रेन का सपना देख रहे भारत में बुलेट ट्रेन से भी तेज स्पीड की ट्रेन दौड़ सकती है। चीन, जापान में चलने वाली बुलेट ट्रेनों से भी तेज होगी भारत में चलने
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा कि भारत में मुंबई-अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड बुलेट ट्रेन मार्ग का निर्माण कार्य 2018 में शुरू हो जाएगा।
अब Train में आप बेफ्रिक होकर यात्रा कर सकते हैं। रेलवे जल्द ही एक ऐसी सर्विस शुरू करने जा रही जिससे ट्रेन में सामान (लैपटॉप) चोरी होने का डर खत्म हो जाएगा।
आने वाले दिनों में अगर सब कुछ सही रहा तो भारत में हवाईजहाज से भी तेज यानी 1,120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चालने की योजना है।
10 सितंबर को दिल्ली-मुंबई के बीच प्रस्तावित टैल्गो ट्रेन का अंतिम परीक्षण किया जाएगा। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 150 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
भारत में हाईस्पीड टेल्गो या फिर बुलट ट्रेन अभी दूर की कौड़ी लग रही हो। लेकिन अब उससे पहले भारत में दुनिया की सबसे तेज ट्रेन का सपना जरूर पूरा हो सकता है।
भारत में भी अगले छह महीने के दौरान चीन और जापान जैसे हाई-टेक ट्रेन पटरियों पर दौड़ने लगेगी। इंडियन रेलवे ने तेजस नामक ट्रेन को शुरू करने की घोषणा की है।
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड ट्रेन कॉरीडोर अगले छह साल में बनकर तैयार होगा और इस ट्रेन का किराया हवाई जहाज के किराये से भी कम होगा।
भारत में बुलेट ट्रेन का सपना जल्द पूरा हो सकता है। इसकी झलक आज मथुरा और पलवल के बीच स्पेनिश डिब्बों से बनी टैल्गो ट्रेन के रफ्तार में देखने को मिली।
एस्सार स्टील ने रक्षा क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले उच्च प्रदर्शन वाले बुलेट प्रूफ इस्पात का विकास करने वाली पहली घरेलू कंपनी होने का दावा किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को बेकार तथा धन की बर्बादी करार दिया है।
दूसरी बुलेट ट्रेन दिल्ली-वाराणसी के बीच चलेगी। इसके बाद दिल्ली से वाराणसी की 782 किलोमीटर की दूरी महज दो घंटे 40 मिनट में यात्री तय कर सकेंगे।
टैल्गो का दूसरा ट्रायल इसी महीने मथुरा-पलवल रेलखंड पर किया जाएगा। ट्रायल लगभग एक महीने तक चलने की उम्मीद है। 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।
बच्चे के लिए आपको गर्म दूध, चॉकलेट और बेबी फूड कैरी करने की जरूरत नहीं है। अब आप भारतीय रेलवे की जननी सेवा की मदद ले सकते है।
भारतीय रेलवे ने रविवार को स्पेन की तेज रफ्तार टैल्गो ट्रेनों का पहला ट्रायल रन उत्तर प्रदेश के बरेली-मुरादाबाद रेलखंड पर किया। 180 की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन।
संपादक की पसंद