केंद्र सरकार शुक्रवार को संसद में स्वीकार किया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) के अमल में आने में फिलहाल थोड़ी देरी हुई है।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन को झटका लग सकता है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पीछे रह सकता है अगर महाराष्ट्र में अगले तीन महीने में जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाता है।
न्यू इंडिया में नई रफ्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। लेकिन पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की नजर टेढ़ी हो गई है। मुंबई में बांद्रा-कुर्ला कांपलेक्स यानी बीकेसी की जिस जमीन पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम होना है, जहां जमीन के नीचे बुलेट ट्रेन टर्मिनल बनना है। उसी जमीन पर अब उद्धव सरकार की नजर है।
न्यू इंडिया में नई रफ्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। लेकिन पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की नजर टेढ़ी हो गई है।
सरकार बनाते ही उद्धव ठाकरे एक्शन में हैं। उद्धव ने सबसे पहले आरे कॉलोनी के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज किया और अब नाणार रिफाइनरी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ नरमी दिखाई है।
मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबी बुलेट ट्रेन परियोजना का काम देख रहे एनएचएसआरसीएल द्वारा शनिवार को मैंग्रोव पेड़ों की कटाई के संबंध में बयान आने के कुछ घंटे बाद पीएमओ ने मामले में ग्रीन एक्टिविस्ट्स की अर्जी पर्यावरण विभाग के पास भेजी।
महाराष्ट्र के ठाणे बुलेट ट्रेन स्टेशन के निर्माण के कारण 53 हजार मैंग्रोव वृक्षों की कटाई होनी थी। अब इन वृक्षों को कटने से बचाने के लिए स्टेशन के डिजाइन में बदलाव किया गया है।
बुलेट ट्रेन परियोजना के क्रियान्वयन का काम देखने वाली एजेंसी एनएचएसआरसीएल ने शनिवार को कहा कि इस परियोजना से प्रभावित होने वाले मैंग्रोव वृक्षों की संख्या 53 हजार से घटा कर 32,044 करने की कोशिश की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की समय सीमा पार कर चुकी है। अब तक आवश्यक 1,380 हेक्टेयर भूमि में से सिर्फ 39 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की समय सीमा पार कर चुकी है। अब तक आवश्यक 1,380 हेक्टेयर भूमि में से सिर्फ 39 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें देश में भी विरोध करने वालों का सामना करना पड़ रहा है। जब कभी आप नई तकनीक लाने की बात करते हैं या जब तय रूपरेखा से अलग हटते हैं तब काफी विरोध होता है।’’
रेलवे, अगस्त 2022 तक बुलेट रेल के 50 किलोमीटर के छोटे खंड को चालू करने पर विचार कर रहा है। पहले इसे इस अवधि में पूरे 508 किलोमीटर के मार्ग को चालू करने का लक्ष्य रखा गया था।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) ने आज बताया कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के मल्टी-मॉडल साबरमती टर्मिनल के निर्माण के लिए 16 घरेलू कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।
अहमदाबाद और मुंबई के बीच दौड़नी वाली देश की पहली उच्च गति बुलेट ट्रेन को लेकर काम तेजी से चल रहा है। पुलों और सुरंगों की डिजाइनिंग का लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने पिछले साल इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की थी...
विपक्ष की आलोचनाओं से बेपरवाह भारतीय रेल बुलेट ट्रेन परियोजना को पूरा करने के लिए ओवरटाइम कर रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित साल 2022 के अगस्त से पहले इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है
I welcome the agreements signed today, it will strengthen India-Japan partnership: PM Modi
The Number of people travelling in trains every week in India is equal to Japan's total population: PM Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के उनके समकक्ष शिंजो आबे ने अहमदाबाद और मुंबई के बीच पहली बुलेट ट्रेन के लिए आधारशिला रखी।
India's first high speed rail project inaugurated by PM Modi & Japanese PM Shinzo Abe
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