बीईएमएल ने कहा कि ये प्रोजेक्ट भारत की हाई-स्पीड रेल के लिए मील का पत्थर साबित होगी, जिसमें 280 किलोमीटर प्रति घंटे की टेस्टिंग स्पीड के साथ पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई मेड इन इंडिया ट्रेन सेट शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दिनों काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वडोदरा में आई बाढ़ की वजह के पीछे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर चल रहे काम को बताया गया है। हालांकि रेलवे ने भी इस पर बयान जारी किया है। आइये जानते हैं इस वायरल वीडियो का क्या है पूरा सच...
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में भारत की बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर कई अहम जानकारियां सामने रखी हैं। वैष्णव ने ये भी बताया है कि बुलेट ट्रेन में किस क्लास की बोगियां होंगी।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बारिश के दौरान बाइक सवार महिला से कुछ लोगों ने बदसलूकी की। इस मामले पर अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि अपराधियों के लिए बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी।
Bullet Train in India : बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में सभी 8 बुलेट ट्रेन स्टेशनों (वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, आनंद, वडोदरा, अहमदाबाद और साबरमती) की नींव का काम पूरा हो गया है।
मेक इन इंडिया के तहत बुलेट ट्रेन परियोजना को ध्यान में रखते हुए 23 जून को 130 मीटर लंबे स्टील ब्रिज के निर्माण को पूरा कर लिया गया है। बता दें कि इस स्टील ब्रिज के 100 साल तक चलने की गारंटी है।
Bullet Train in India : मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये है। इसमें से 10 हजार करोड़ केंद्र सरकार खर्च करेगी। महाराष्ट्र और गुजरात सरकार 5 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। शेष रकम की फंडिंग जापान से लोन लेकर हो रही है, जिसका ब्याज 0.1 फीसदी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्टेशनों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और समुद्री सुरंग पर काम शुरू हो गया है। इसी सुरंग से ट्रेन ठाणे से मुंबई पहुंचेगी।
भारत अपने देश में बुलेट ट्रेन चलाने की दिशा में गंभीर है। इसके लिए जापान से डील इसी महीने हो सकती है। इसके तहत भारत 6 बुलेट ट्रेन खरीदने जा रहा है।
रेल मंत्री ने कहा कि हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर न केवल अंतर-शहर यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा बल्कि मुंबई, सूरत, आनंद, वडोदरा और अहमदाबाद की अर्थव्यवस्थाओं को भी एकीकृत करेगा।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट पर काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के लेकर इसकी अधिकतम स्पीड और यात्रा में लगने वाले समय तक की हर बात के बारे में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है।
रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन कॉरिडोर मुंबई, ठाणे, वापी, सूरत, वडोदरा, आनंद और अहमदाबाद जैसे बड़े आर्थिक केंद्रों को साथ लाने में अहम भूमिका निभाएगा। बुलेट ट्रेनें 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।
बुलेट ट्रेन बिहार से भी होकर जाएगी। राज्य के चार जिलों में बुलेट ट्रेन रुकेगी। जिन जगहों पर स्टेशन बनाएंगे जाएंगे उसकी पहचान कर ली गई है। इसके लिए सर्वे का भी काम चल रहा है।
भारत में अब जल्द ही बुलेट ट्रेन की स्पीड का मजा मिलने वाला है, इसके ट्रैक का काम तेजी से चल रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी है।
बुलेट ट्रेन परियोजना की नींव सितंबर 2017 में अहमदाबाद में रखी गई थी। ट्रेन के लगभग दो घंटे में 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने की उम्मीद है।
हाइपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रेन है, जो एक ट्यूब में चलती है। ‘हाइपरलूप’ ट्रेन चुंबकीय तकनीक से लैस पॉड (ट्रैक) पर चलती है। हाईपरलूप तकनीक में खंभों के ऊपर (एलीवेटेड) ट्रांसपेरेंट ट्यूब बिछाई जाती है। इसी के चलते इसकी स्पीड 1000 से 1300 किमी प्रति घंटे तक होती है।
गुजरात के वलसाड में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर बनी भारत की पहली सुरंग है, जिसमें एक ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेगी।
मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए अबतक 59 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। वहीं बुधवार 26 अप्रैल को 26 आवंटियों को मुख्य कार्यपालक अधिकारी की ओर से आवंटन पत्र व चेकलिस्ट और लीज प्लान सौंपे गये हैं।
भारत की पहली मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (एमएएचएसआर) या बुलेट ट्रेन, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1 लाख 8,000 करोड़ रुपये है।
मुंबई से अहमदाबाद के बीच कुल 508.17 किलोमीटर की रेल की पटरी में से 21 किलोमीटर भूमिगत रहेगी। भूमिगत सुरंग का एक प्रवेश बिंदु विखरोली में गोदरेज की जमीन पर पड़ता है।
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