भारत के लिए डीआरडीओ हर बार कुछ न कुछ बेहतर निर्माण कर रहा है। अब डीआरडीओ ने देश की सबसे हल्की बुलेट प्रुफ जैकेट का निर्माण किया है। हाल ही में TBRL चंडीगढ़ में इस जैकेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।
सेना अब तक लेवल 3 के बुलेट प्रूफ जैकेट का इस्तेमाल कर रही थीऔर अब जल्द ही लेवल 4 जैकेट मिल जाएंगे।
यह हाईटेक जैकेट को दुश्मनों के हमले में नुकसान होने पर भी एक्टिवेट रहता है। श्याम ने बताया कि वायरलैस टेक्नोलॉजी से लैस इसमें एक वायरलेस ट्रिगर भी हैं जिसकी मदद से हमारी सेना के जवान बॉर्डर पर 10 से अधिक बंदूकों को रख कर कई किलोमीटर दूर से ही दुश्मनों को मुहतोड़ जवाब दें सकेंगे।
भारत ने यूरोपीय देशों सहित 100 से अधिक देशों को अपने मानकों के अनुसार बुलेट प्रुफ जैकेटों का निर्यात शुरू कर दिया है। भारत अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी के बाद चौथा ऐसा देश है जिसने बुलेटप्रूफ जैकेट पर अपना राष्ट्रीय मानक रखा है।
नीति आयोग ने सैन्य और अर्द्धसैनिक बलों के लिए शरीर पर पहने जाने वाले सुरक्षा कवच के घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन को मसौदा तैयार किया है।
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