आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार की उम्मीदों वाला बजट पेश करने वाली हैं...आज के बजट से महामारी से जूझ रही देश की जनता राहत वाले ऐलान की उम्मीद लगाए बैठी है...आम हो या खास...हर कोई बड़ी उम्मीद से वित्त मंत्री के पिटारे की तरफ टकटकी लगाए बैठा है
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अपने वादे का ‘अलग हटके’ बजट पेश करने वाली हैं। इस बजट से उम्मीद की जा रही है कि इसमें महामारी से पीड़ित आम आदमी को राहत दी जायेगी।
बजट टीम के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण | वह कल केंद्रीय बजट 2021-22 पेश करेगी।
सरकार आगामी बजट में नकदी संकट से जूझ रही घाटे वाली बिजली वितरण कंपनियों यानी डिस्कॉम के पुनरोद्धार के लिए नयी योजना की घोषणा कर सकती है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट, वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा जैसे बड़े घटनाक्रमों की वजह से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रह सकता है।
करीब 23 घंटे बाद नए दशक का पहला मोदी का बजट आएगा...ये कहा जा रहा है कि ये अब तक का सबसे स्पेशल बजट होगा...बजट से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल की अपनी योजना के बारे में बात की....प्रधानमंत्री की इस योजना की शुरुआत बजट से होगी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार 1 फरवरी को बजट 2021 को पेश करने जा रही हैं। वे देश की पहली महिला वित्म मंत्री हैं।
आम बजट में सरकार साल भर के खर्च और आमदनी का लेखाजोखा संसद के जरिए आम जनता के सामने रखती है।
हर युवा से ये उम्मीद की जा रही है कि वह न सिर्फ इस बजट को सुने बल्कि समझे भी।
बजट देश के संविधान का एक अहम हिस्सा है, लेकिन बजट के साथ कई परंपराएं भी जुड़ी होती हैं जिन्हें अक्सर हम नियम समझ लेते हैं।
बजट के इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे काफी सारे तथ्य हमारे सामने आएंगे जो देश के बदलते आर्थिक हालात बतलाते हैं।
कोविड-19 (COVID-19) महामारी ने जहां एक ओर पूरी दुनिया को लॉकडाउन की ओर धकेल दिया वहीं दूसरी ओर सरकारों व कंपनियों को काम करने के नए-नए तरीकों को अपनाने पर मजबूर किया। इसी कड़ी में अब देश में पहली बार ऐसा होगा जब हर साल पेश होने वाला आम बजट (Budget 2021) बिना छपे दस्तावेजों के पेश किया जाएगा।
कोविड-19 (COVID-19) महामारी ने जहां एक ओर पूरी दुनिया को लॉकडाउन की ओर धकेल दिया वहीं दूसरी ओर सरकारों व कंपनियों को काम करने के नए-नए तरीकों को अपनाने पर मजबूर किया। इसी कड़ी में अब देश में पहली बार ऐसा होगा जब हर साल पेश होने वाला आम बजट (Budget 2021) बिना छपे दस्तावेजों के पेश किया जाएगा।
किसान आंदोलन के हंगामे के बीच शुक्रवार से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया और इसके साथ शुरू हो गईं देश की जनता की उम्मीदें। कोरोना काल के बाद आ रहे इस बजट में क्या होगा राहत मिलेगी या खर्चा बढ़ेगा इस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं
आप पीएम मोदी के नए दशक के पहले बजट-2021 को 1 फरवरी, 2021 को सुबह 6 बजे से लगातार सिर्फ INDIA TV पर देख सकते हैं, वो भी अपनी भाषा में।
ऐतिहासिक होगा इस बार का बजट, सोमवार को देखिए इंडिया टीवी पर दिनभर
सरकार ने बीते 6 वर्षों में बीज से लेकर बाज़ार तक हर व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन का प्रयास किया है, ताकि भारतीय कृषि आधुनिक भी बने और कृषि का विस्तार भी हो। मेरी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करते हुए लागत से डेढ़ गुना MSP देने का फैसला भी किया था। मेरी सरकार आज न सिर्फ MSP पर रिकॉर्ड मात्रा में खरीद कर रही है बल्कि खरीद केंद्रों की संख्या को भी बढ़ा रही है। 2013-14 में जहां 42 लाख हेक्टेयर जमीन में ही माइक्रो-इरिगेशन की सुविधा थी, वहीं आज 56 लाख हेक्टेयर से ज्यादा अतिरिक्त जमीन को माइक्रो-इरिगेशन से जोड़ा जा चुका है। आज देश में खाद्यान्न उपलब्धता रिकॉर्ड स्तर पर है। वर्ष 2008-09 में जहां देश में 234 मिलियन टन खाद्यान्न की पैदावार हुई थी वहीं साल 2019-20 में देश की पैदावार बढ़कर 296 मिलियन टन तक पहुंच गयी है। इसी अवधि में सब्जी और फलों का उत्पादन भी 215 मिलियन टन से बढ़कर अब 320 मिलियन टन तक पहुंच गया है। मैं इसके लिए देश के किसानों का अभिनंदन करता हूँ।
आर्थिक सर्वे में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान और चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी आकलन व्यक्त किया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही आज संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। किसान आंदोलन के दौरान हिंसा और बवाल के बीच संसद का बजट सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं
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