मायावती ने कहा है कि 'सकर ब्राह्मण समाज के प्रति बीजेपी की जातिवादी कार्यशैली से दुःखी होकर अब इस पार्टी से अलग होकर व बीएसपी में जुड़ते हुये देखकर इन्हें यह कह रहे हैं कि तिलक, तराजू की बात करने वाले अब परशुराम की बात कर रहे हैं। लेकिन यह समाज काफी बुद्धिमान है। इनके बहकावे में नहीं आयेगा।'
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बयान देते हुए कहा है कि इस बार के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की नैया डूब गई है और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) ने भी प्रधानमंत्री मोदी का साथ छोड़ दिया है
अगर वह स्वस्थ्य रहते तो भाजपा शायद कभी भी इतनी जनविरोधी, संकीर्ण, संकुचित, अहंकारी व विद्वेषपूर्ण नीति वाली पार्टी न होती जितनी आज हर तरफ से नजर आती है।
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