साउदर्न गैस ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी ने डिविडेंड के भुगतान के लिए मंगलवार, 17 सितंबर को रिकॉर्ड डेट फिक्स की है। यानी मंगलवार, 17 सितंबर को ही कंपनी के शेयर एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे।
आज शुक्रवार को सेंसेक्स की 30 में से 11 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 19 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी 50 की 50 में से 18 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ और 32 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।
NSE ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा, ‘‘हम ये स्पष्ट करना चाहते हैं कि लाजार्ड एसेट मैनेजमेंट इंडिया नाम की कोई भी यूनिट सेबी के साथ स्टॉक ब्रोकर के रूप में रजिस्टर्ड नहीं है। वॉट्सऐप ग्रुप में दिखाया जा रहा फर्जी सेबी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पूरी तरह से मनगढ़ंत और अवैध है।’’
बुधवार को सेंसेक्स की 30 में से 29 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए जबकि सिर्फ एक कंपनी का शेयर लाल निशान में बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 50 की भी 50 में से 49 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए तो सिर्फ 1 कंपनी का शेयर लाल निशान में बंद हुआ।
आज सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए तो बाकी के बचे 8 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुआ। एनएसई की 50 में से 34 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 16 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
सेंसेक्स में लिस्ट 30 कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर सबसे ज्यादा 2.84 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए। वहीं दूसरी ओर, टेक महिंद्रा के शेयरों ने सबसे ज्यादा 2.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार बंद किया।
आज सेंसेक्स में लिस्ट कंपनियों में भारतीय स्टेट बैंक के निवेशकों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ क्योंकि बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा 4.40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 2.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
बीएसई सेंसेक्स 1017.23 अंकों की गिरावट के साथ 81,183.93 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 भी 292.95 अंकों के नुकसान के साथ 24,852.15 अंकों पर बंद हुआ। आज लगातार तीसरा दिन था, जब बाजार में गिरावट दर्ज की गई है।
घरेलू शेयर बाजार में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। बुधवार के बाद आज गुरुवार को भी भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुए। जबकि मंगलवार को बाजार बिल्कुल फ्लैट रहते हुए बंद हुए थे।
निफ्टी 50 भी 81.15 अंकों की गिरावट के साथ 25,198.70 अंकों पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए और 11 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए। जबकि निफ्टी 50 की 50 में से 31 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और 18 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए।
बीएसई सेंसेक्स 4.40 अंकों की गिरावट के साथ 82,555.44 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 1.15 अंक की बढ़त के साथ 25,279.85 अंकों पर बंद हुआ। बताते चलें कि आज सेंसेक्स 92.85 अंकों की बढ़त लेकर 82,652.69 अंकों पर खुला था और निफ्टी 34.7 अंकों की बढ़त के साथ 25,313.40 अंकों पर खुला था।
अश्विनी भाटिया ने एसएमई से आईपीओ लाने का विचार करने से पहले अन्य वैकल्पिक फंडों के माध्यम से अन्य फंडिंग मौकों की तलाश करने का आग्रह किया। उन्होंने एसएमई को सुझाव देते हुए कहा, "सीधे आईपीओ में आने के बजाय, एंजल निवेशकों के पास जाना बेहतर तरीका है।''
आज भारतीय बाजार हरे निशान में खुले और रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 359.51 अंकों की उछाल के साथ 82,725.28 अंकों पर खुला। एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 97.70 अंकों की उछाल के साथ 25,333.60 अंकों पर खुला था।
कंपनी ने बताया था कि ये वित्त वर्ष 2023-24 के लिए दिया जाने वाला फाइनल डिविडेंड होगा। कंपनी ने अपनी वित्तीय रिपोर्ट में कहा था कि उनकी 56वीं एजीएम में डिविडेंड के भुगतान को मंजूरी मिलने के बाद ही शेयरहोल्डरों को डिविडेंड के पैसे दिए जाएंगे।
शुक्रवार को सेंसेक्स की 30 में से 25 कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले और 5 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले। इसी तरह निफ्टी 50 के भी 50 में से 43 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और बाकी के 7 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले।
इकोस इंडिया मॉबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 318 रुपये से 334 रुपये का प्राइस रेंज फिक्स किया है। ये एक मेनबोर्ड आईपीओ है, जिसके लिए रिटेल निवेशकों को कम से कम 14,696 रुपये का निवेश करना होगा।
बुधवार को भारतीय बाजार काफी फ्लैट रहे और बीएसई सेंसेक्स 73.80 अंकों की बढ़त के साथ 81,785.56 अंकों पर बंद हुआ तो एनएसई निफ्टी 34.60 अंकों की बढ़त लेकर 25,052.35 अंकों पर बंद हुआ था।
प्रॉक्टर एंड गैंबल हाईजीन एंड हेल्थ केयर ने शेयर मार्केट एक्सचेंजों को दी सूचना में कहा कि शेयरहोल्डरों को प्रत्येक 10 रुपये की फेसवैल्यू वाले शेयरों के लिए 950 प्रतिशत (95 रुपये) का डिविडेंड दिया जाएगा
बीएसई पर लिस्टिंग के तुरंत बाद कंपनी के शेयर ने 5 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा दिया। शेयर का भाव लिस्टिंग प्राइस से भी 4.98 प्रतिशत (इश्यू प्राइस से 47.79 प्रतिशत) बढ़कर 304.45 रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त सपोर्ट मिला था, लिहाजा इस आईपीओ को कुल 93.46 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। इंटरार्च बिल्डिंग प्रोडक्ट का आईपीओ 200 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर और 44,47,630 शेयर के ओएफएस का कॉम्बिनेशन था।
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