तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ हुई। अंत में यह 142.09 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 35,898.35 अंक पर बंद हुआ।
सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा कि बाजार आशंकाओं से लगातार लड़ रहा है और पिछड़ने के लिए तैयार नहीं है।
शेयर कारोबारियों ने कहा कि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की मजबूत लिवाली से निवेशकों की धारणा को बल मिला।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि वह इस सप्ताह निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे और उनसे नीतिगत दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए कहेंगे।
ब्रोकरों ने कहा विदेशी कोषों की निकासी तथा डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
कारोबारियों ने कहा कि घरेलू संस्थागत निवेशकों तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार धारणा पर असर पड़ा।
कारोबारियों के अनुसार कुछ कंपनियों के वित्तीय परिणाम नरम रहने तथा विदेशी कोष की निकासी से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
बंबई शेयर बाजार में सोमवार को भी गिरावट का सिलसिला जारी रहा। ऑटो, बैंकिंग, रीयल्टी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से सेंसेक्स 151 अंक से अधिक टूट गया। वहीं निफ्टी 10,900 अंक से नीचे बंद हुआ।
कारोबारियों ने कहा कि धातु तथा वाहन कंपनियों में अचानक बिकवाली होने से घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट रही।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की मौद्रिक समीक्षा बैठक मंगलवार को शुरू हुई है।
सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 3.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,291.15 रुपए पर पहुंच गया।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 62.70 अंक यानी 0.58 प्रतिशत उछलकर 10,893.65 अंक पर रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 179.15 अंक या 1.68 प्रतिशत के लाभ से 10,830.95 अंक पर पहुंच गया।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 169.56 अंकों की गिरावट के साथ 36,025.54 पर और निफ्टी 69.25 अंकों की गिरावट के साथ 10,780.55 पर बंद हुआ।
किसी तिमाही में 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक का मुनाफा कमाने वाली निजी क्षेत्र की पहली कंपनी बनने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर मूल्य शुक्रवार को सर्वाधिक 4.43 प्रतिशत के फायदे में रहा।
सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीसीएस, एचडीएफसी, कोटक बैंक, पावरग्रिड, हीरो मोटोकॉर्प और वेदांता के शेयर 1.91 प्रतिशत तक चढ़ गए।
यस बैंक, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, एसबीआई जैसी कंपनियों के शेयरों के साथ-साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी जैसी पेट्रोलियम कंपनियों तथा बिजली उत्पादक एनटपीसी के शेयर 2.66 प्रतिशत तक लाभ में रहे।
एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, भारती एयरटेल, और भारतीय स्टेट बैंक जैसे प्रमुख शेयर बिकवाली के दबाव में रहे।
अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापार वार्ताओं में विवादों के समाधान की उम्मीद से वैश्विक शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान का स्थानीय बाजार पर भी अनुकूल असर दिखा।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अग्रिम अनुमान व्यक्त किया है, इससे बाजार को सहारा मिला।
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