ब्रिटेन ने यूक्रेन को ऐसी ताकतवर और घातक क्रूज मिसाइल दी है, जो रूस के छक्के छुड़ा सकती है। इस खतरनाक मिसाइल का नाम है 'स्टॉर्म शेडो'।
‘द केरल स्टोरी’ जैसी ही एक कहानी ब्रिटेन से सामने आई थी, जिसमें 3 लड़कियों ने इस्लामिक स्टेट को जॉइन करने के लिए अपना मुल्क छोड़ दिया था।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय के ताजपोशी समारोह में शामिल होने के बाद ऐसी बात कह दी कि यूके ने सोचा भी नहीं रहा होगा। वह भी ऐसे मौके पर। दरअसल मामला विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की रिहाई से जुड़ा है, जो फिलहाल ब्रिटेन की जेल में बंद हैं।
महाराजा चार्ल्स तृतीय के साथ क्वीन कंसोर्ट कैमिला को भी ताज पहनाया गया। शाही ताज पहनने से पहले उन्होंने एक शपथ ली।
शाही ताजपोशी को धार्मिक विधि विधान के साथ अंजाम दिया जा रहा है। इस पूरे ताजपोशी कार्यक्रम का नाम ‘ऑपरेशन गोल्डन ऑर्ब‘ रखा गया है।
ब्रिटेन पहुंचे धनखड़ ने अपने संबोधन में भारत की ओर से किए जा रहे विकास कार्यों और इसकी सफलता की कहानी बयां की। उन्होंने कहा कि भारत की डेमोक्रेसी का कोई मुकाबला नहीं है।
King Charles III coronation: किंग चार्ल्स की ताजपोशी आज है और इस मौके पर आप Westminster Abbey की इन तस्वीरों को देखकर अपनी आंखों को आनंद दे सकते हैं।
ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स-3 के ताजपोशी समारोह में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी शामिल होंगे। समारोह से पहले प्रधानमंत्री सुनक ने महाराज चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक के उत्सव में एक विशेष संदेश दिया है, जिसमें उन्होंने 1000 साल से अधिक पुराने धार्मिक समारोह में सभी धर्मों द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका पर प्रकाश डाला।
ब्रिटेन में दुनिया की सबसे बड़ी ताजपोशी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। आज ब्रिटेन के महााजा किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी होगी। करीब 70 वर्ष बाद ब्रिटेन में ताजपोशी का यह समारोह होने जा रहा है। इससे पहले 1953 के समारोह में महारानी एलिजाबेथ तृतीय की ताजपोशी हुई थी। तब वह 27 वर्ष की थीं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पद संभालने के बाद हुए पहले चुनाव में अपनी कंजरवेटिव पार्टी के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त की है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में हुए स्थानीय चुनाव में विपक्षी लेबर पार्टी और लेबर डेमोक्रेट पार्टी ने महत्वपूर्ण बढ़त बना ली है।
ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय ने अपनी पहली यात्रा के लिए भारत आने की इच्छा जाहिर की है।भारतीय मूल के मशहूर कारोबारी लॉर्ड करन बिलिमोरिया ने कहा कि ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय राजकीय यात्रा पर भारत जाने की इच्छा रखते हैं और इसकी योजना शीघ्र बनाई जानी चाहिए।
भारतीय मूल के लोगों का लगातार विदेशों में डंका बज रहा है। अजय बंगा के विश्व बैंक प्रमुख नियुक्त होने के बाद एक और भारतीय मूल के व्यक्ति को ब्रिटेन में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।ब्रिटेन ने भारतीय मूल के हरजिंदर कांग को दक्षिण एशिया का व्यापार आयुक्त और पश्चिमी भारत का उप उच्चायुक्त नियुक्त किया है।
ब्रिटेन में भारतीय मूल की पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल को गाली देने और धमकी देने के आरोप में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) के एक कार्यकर्ता को पांच महीने की जेल की सजा सुनाई गई है।
जिस ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) ने कुछ माह पहले गुजरात दंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित डॉक्यूमेंट्री बनाई थी, अब उसके प्रमुख को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया है। हालांकि बीबीसी प्रमुख के इस्तीफे का गुजरात दंगों पर बनी डॉक्यूमेंट्री से कोई लेना-देना नहीं है।
हाल ही में तुर्की और सीरिया समेत एक के बाद एक कई देशों में आए भूकंप और समुुद्री तूूफान ने हजारों लोगों की जिंदगी निगल ली। मगर सवाल यह है कि क्या भूूकंप, तूफान, बाढ़ समेत अन्य प्राकृतिक आपदाओं में लोगों को पूर्व अलर्ट कर जिंदगी बचाई जा सकती है...तो जवाब है हां।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने सहयोगी और उप प्रधानमंत्री डोमिनिक राब का ही इस्तीफा ले लिया है। इससे हर कोई हैरान है। आखिर वह कौन सी वजह थी, जिससे ऋषि सुनक अपने सहयोगी का इस्तीफा लेने से भी नहीं हिचके। सवाल यह भी है कि डोमिनिक राब को इस्तीफा देने के लिए मजबूर ही क्यों होना पड़ा?..
ब्रिटेन में स्थित एक संस्था द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट में कुछ घटनाओं के उदाहरण दिए गए हैं, जिनमें हिंदुओं को इस्लाम अपनाने के लिए परेशान किए जाने सहित विभिन्न घटनाओं का जिक्र है।
ब्रिटेन ने रूस पर एक ऐसी गंभीर आशंका जाहिर की है, जिससे दुनिया भर में खलबली मच गई है। ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को दावा किया कि रूसी हैकर ब्रिटेन के अहम बुनियादी ढांचे को "बाधित या नष्ट" करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
Akshata Murthy Loss: Infosys के शेयर में आई गिरावट ने निवेशकों को काफी नुकसान कराया है। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की पत्नि को भी घाटा उठाना पड़ा है।
प्रथम विश्व युद्ध से जुड़ी भारतीय सैनिकों की बहादुरी की यादों को ब्रिटेन हमेशा के लिए संजोये रखना चाहता है। आपको बता दें कि प्रथम विश्वयुद्ध में करीब 15 लाख भारतीय सैनिक ब्रिटिश सेना का हिस्सा बनकर युद्ध लड़ने के लिए फ्रांस भेजे गए थे। भारतीय सैनिकों ने गजब की बहादुरी दिखाई थी।
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