इस दौरान पीएम मोदी ने ब्रिक्स शिखर वार्ता में सभी का स्वागत किया और कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस सम्मिट की अध्यक्षता करना उनके लिए और भारत के लिए खुशी की बात है।
बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में अफगानिस्तान की ताजा स्थिति पर चर्चा होने की उम्मीद है।
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर BRICS सम्मलेन होने जा रहा है जिसमें भारत, रूस, चीन समेत अन्य देश हिस्सा लेंगे। इस वर्चुअल मीटिंग में PM मोदी भी शरीक होंगे।
भारत की मेजबानी में डिजिटल तरीके से यह बैठक हुई जिसमें भारत ने सीमापार आतंकवाद तथा लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों की गतिविधियों का मुद्दा भी उठाया जिन्हें राजकीय समर्थन प्राप्त है एवं जो शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि मंत्री ने कहा कि कृषि-जैव विविधता को संरक्षित करने के लिए, भारत ने पौधों, जानवरों, मछलियों, कीड़ों और कृषि के लिए महत्वपूर्ण सूक्ष्मजीवों के लिए राष्ट्रीय जीन बैंक स्थापित किए हैं।
ब्रिक्स देश भूख और गरीबी को मिटाने के लिए 2030 सतत विकास लक्ष्यों के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए अग्रणी भूमिका निभाने के लिहाज से अच्छी स्थिति में हैं।
चीन द्वारा इस साल भारत में ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी का समर्थन किए जाने के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आ सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 12वें ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित किया।
ब्रिक्स देशों का यह सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब इसके दो प्रमुख सदस्य देशों भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर छह महीने पहले हुई एक हिंसप झड़प के बाद गतिरोध बरकरार है।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आगामी 17 नवंबर को ब्रिक्स की बैठक में आमने-सामने हो सकते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल गुरुवार को अपने चीनी समकक्ष यांग जिएची से ब्रिक्स (BRICS) की एक वर्चुअल बैठक में मुलाकात करेंगे।
बैंक के उपाध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी झेन झू ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि एनडीबी विपत्ति के समय में अपने सदस्य देशों की मदद करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील में ‘बहुत सार्थक’ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के बाद बृहस्पतिवार देर रात स्वदेश रवाना हो गये।
उन्होंने वैश्विक आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने में इस बहुपक्षीय वित्तीय संस्थान को पूरा समर्थन देने की पेशकश भी की। ब्रिक्स के साझा बयान के मुताबिक पांचों सदस्य देशों ने 2020 तक भारत और रूस में नव विकास बैंक के बचे हुए दोनों क्षेत्रीय खुल जाने की उम्मीद जतायी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा उठाया और कहा कि इस समस्या के कारण विश्व अर्थव्यवस्था को 1,000 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में भारत में हमने ‘Fit India Movement’ शुरू किया है। मैं चाहता हूं कि Fitness और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारे बीच संपर्क और आदान-प्रदान बढ़े।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत की तथा भारत - चीन संबंधों को मजबूती और नई ताकत देने के लिए दोनों शीर्ष नेताओं ने व्यापार और निवेश से जुड़े मामलों पर गहन संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई।
व्यापार अनुकूल सुधारों, जरूरत के अनुरूप नीतियों, राजनीतिक स्थिरता की वजह से भारत दुनिया की सबसे खुली और निवेश के लिए अनुकूल अर्थव्यवस्था है।
आज से ब्राज़ील की राजधानी ब्रासीलिया में ब्रिक्स सम्मेलन शुरू हो रहा है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 13-14 नवम्बर को ब्राजील में आयोजित हो रहा है जिसकी थीम ‘‘नवोन्मेषी भविष्य के लिए आर्थिक वृद्धि’’ है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में बताया गया है कि मोदी छठी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। पहली बार उन्होंने 2014 में ब्राजील के फोर्टालेजा में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
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