ब्रिक्स संगठन ने आतंकवादियों के सीमा पार आवागमन, आतंकवाद को धन देने वाले नेटवर्क और सुरक्षित आतंकी पनाहगाहों सहित आतंकवाद के सभी स्वरूपों और तरीकों से निपटने का शुक्रवार को संकल्प लिया।
Global Economic slowdown: श्रीलंका में डवांडोल हुए आर्थिक हालात के बीच ब्रिक्स देशों ने सेवा व्यापार बढ़ाने के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है। ताकि वैश्विक मंदी की आहट के बीच अर्थव्यवस्था को संजीवनी पिलाई जा सके। हाल के कई वर्षों में सेवा व्यापार के पक्ष में चीन के दोस्तों का दायरा ज्यादा व्यापक हो गया है।
ब्रिक्स में अल्जीरिया, आर्जेंटीना, कंबोडिया, मिस्र, इथोपिया, फिजी, इंडोनेशिया, ईरान, कजाखस्तान, सेनेगल, मलेशिया जैसी दुनिया की उभरती अर्थव्यस्थाओं ने शिरकत की।
BRICS: ईरान और अर्जेंटीना ने उभरते बाजारों के समूह BRICS में शामिल होने की रुचि दिखाई है। इन दोनों देशों ने BRICS की सदस्यता के लिए आवेदन किया है।
BRICS Summit: ब्रिक्स देशों के 14वें शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आपसी सहयोग कोविड-19 के नुकसान से उबरने में उपयोगी योगदान दे सकता है।
BRICS Summit 2022: चीन में भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी में बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन से पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
BRICS Summit 2022: विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अलावा 24 जून को मेहमान देशों के साथ वैश्विक विकास पर उच्चस्तरीय संवाद में भी हिस्सा लेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘नए भारत’ में हर क्षेत्र में बड़े बदलाव हो रहे हैं, और देश के आर्थिक सुधार का एक प्रमुख स्तंभ प्रौद्योगिकी आधारित वृद्धि है।
ब्रिक्स देशों का 14वां शिखर सम्मेलन 23 जून को बीजिंग में डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जाएगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह घोषणा की। चीन इस साल ब्रिक्स का अध्यक्ष है।
23 जून 2022 को चीन की राजधानी बीजिंग में 14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह बैठक वर्चुअल होगी। इस बार ब्रिक्स समिट की मेजबानी की जिम्मेदारी चीन को मिली है। इस सम्मेलन में ब्रिक्स देश- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका भाग लेंगे।
5 देशों के प्रभावशाली समूह BRICS ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल अन्य देशों के खिलाफ आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इसने आतंकवादियों के सीमा पार से आवागमन सहित सभी तरह के आतंकवाद से लड़ने का दृढ़ आह्वान किया।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगियों का अफगानिस्तान से जाने से एक नया संकट पैदा हो गया है।
BRICS शिखर सम्मेलन के अंत में जारी एक बयान में समूह ने हिंसा से दूर रहने और अफगानिस्तान में स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस सभी क्षेत्रों में ब्रिक्स समूह में अपने सहयोगियों के साथ सहयोग जारी रखने के लिए तैयार है।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगियों का अफगानिस्तान से जाने से एक नया संकट पैदा हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज डिजिटल माध्यम से पांच देशों के समूह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका) के सालाना शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा उपस्थित रहे।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगियों का अफगानिस्तान से जाने से एक नया संकट पैदा हो गया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने ब्रिक्स शिखर वार्ता में सभी का स्वागत किया और कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस सम्मिट की अध्यक्षता करना उनके लिए और भारत के लिए खुशी की बात है।
बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में अफगानिस्तान की ताजा स्थिति पर चर्चा होने की उम्मीद है।
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर BRICS सम्मलेन होने जा रहा है जिसमें भारत, रूस, चीन समेत अन्य देश हिस्सा लेंगे। इस वर्चुअल मीटिंग में PM मोदी भी शरीक होंगे।
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