प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन के बाद मेहमानों को भारत से ले जाए गए खास गिफ्ट दिए हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को तेलंगाना निर्मित विशेष प्रकार की चांदी व अन्य मिस्र धातुओं से निर्मित सुराही का जोड़ा दिया है। उनकी पत्नी को नगालैंड का शॉल और ब्राजील के राष्ट्रपति को एमपी की पेटिंग दी।
ब्रिक्स देशों के 15वें शिखर सम्मेलन में संगठन में 6 नए देशों को एंट्री दी गई है। इस सम्मेलन में शी जिनपिंग के साथ एक ऐसा वाकया हुआ जो चर्चा का विषय है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन के साथ मुलाकात और बैठक हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी लद्दाख क्षेत्र से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी और जिनपिंग ने तनाव कम करने को लेकर बातचीत की।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में 6 नए देशों को इसका सदस्य बनाया गया है। इसमें अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का नाम शामिल है। पीएम मोदी ने कहा कि इन नए सदस्यों के शामिल होने से संगठन और अधिक मजबूत होगा। उन्होंने सभी नए सदस्य देशों को बधाई दी।
BRICS Summit South Africa: पीएम का देश प्रेम, जमीन पर पड़े तिरंगे को उठाया और...
ब्रिक्स पर इंडिया टीवी के द्वारा किए गए पोल में कुल 7516 लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें 91 फीसदी लोगों ने माना कि BRICS समिट भारतीय अर्थव्यवस्था की बढ़ती साख का उदाहरण बनेगा।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर पहली बार बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं। हालांकि पुतिन ने इसके लिए पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है। क्योंकि उन्होंने साफ कहा कि रूस उस युद्ध को खत्म करना चाहता है, जिसे पश्चिम द्वारा फैलाया गया है।
चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर लैंडिंग से पहले पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिक गई हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग सम्मेलन में भी भारत का चंद्रयान 3 मिशन ब्रिक्स की सुर्खियां बन गया है। हर कोई भारत के मून मिशन की सराहना कर रहा है। दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने भारत को इसके लिए बधाई दी है।
पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के प्रमुखों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं।
मोदी ने सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधान समेत अन्य सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि भारत अब लालफीताशाही को हटाकर लाल कालीन बिछा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त तक चलने वाले 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने अपना संबोधन दिया। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था से लेकर इज ऑफ डूइंग बिजनेस समेत कई मुद्दों पर बात की।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हो रहा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन काफी मायनों में खास है। दुनियाभर के 20 से अधिक देशों ने इस संगठन का भाग बनने की इच्छा जाहिर की है।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स समिट आयोजित हो रही है। इसमें एशिया की दो बड़ी शक्तियां चीन और भारत भी शामिल हो रहे हैं। इस दौरान शी जिनपिंग और पीएम मोदी की संभावित मुलाकात पर दुनिया की नजर है। नए देशों को इस ग्रुप में शामिल करने पर भी समिट में निर्णय होगा।
Brics Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज से चार दिनों तक दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस के दौरे पर हैं...पीएम मोदी सबसे पहले ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए साउथ अफ्रीका के शहर जोहानसबर्ग पहुंचेंगे...15वां ब्रिक्स सम्मेलन आज से शुरू हो रहा है जो 24 अगस्त तक चलेगा...
दक्षिण अफ़्रीका की अध्यक्षता में जोहान्सबर्ग में आयोजित होने वाले 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने पीएम मोदी आज सुबह रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वह दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति महामहिम सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर 22-24 अगस्त 2023 तक दक्षिण अफ़्रीका गणराज्य का दौरा करेंगे।
भारत और चीन के बीच जून 2020 में गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से ही रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत ने चीन सीमा पर पहले की अपेक्षा कई गुना सैनिकों की तैनाती कर दी है। चीन सीमा पर राफेल और तेजस जैसे लड़ाकू विमानों की भी तैनाती की गई है। विवादित क्षेत्रों में पैट्रोलिंग और सैनिकों की मौजूदगी को लेकर तनाव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है। जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त तक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इसमें हिस्सा लेंगे।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा है कि आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। यह बात उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 13वीं ब्रिक्स एनएसए बैठक में कही।
भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने जोहान्सबर्ग में चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी से मिलने के बाद दो टूक कहा है। डोभाल ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इसलिए उसके साथ तब तक संबंध सामान्य नहीं हो सकते, जब तक कि वह इसे रोकता नहीं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भौतिक रूप से न सही, लेकिन अब वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। कहा जा रहा है कि पुतिन के जोहान्सबर्ग में गिरफ्तारी का खतरा था। इस लिए उन्होंने भौतिक रूस से शामिल होने से इन्कार कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का फैसला लिया।
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