एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें मरीज उस हालात में होता है जब जिंदगी और मौत के बीच फासले कम होते हैं। आम बोल चाल की भाषा में इसे लेट स्टेज कैंसर कहते हैं। जहां डाक्टरों के पास भी करने को बहुत कुछ नहीं बचा होता है। जानिए इसके बारें में...
इंडिया में महिलाओं में कैंसर के मामलों में 27 प्रतिशत मामले ब्रेस्ट कैंसर के हैं। इस तरह की परेशानी 30 वर्ष की उम्र के शुरुआती वर्षो में होती है, जो कि 65 साल तक हो सकती है. जानिए इससे बचने के उपायों के बारें में...
प्रेग्नेंसी के दौरान लिया गया अधिक मात्रा में वसायुक्त आहार लेने से खतरनाक बीमारियां हो जाती है। जो कि आने वाली पीढियों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
अगर महिलाएं इस बात को समझ जाएं कि उनके जीन उन्हें कैंसर होने की पूरी तरह भविष्यवाणी नहीं कर सकते। उन्हें अपने जीवनशैली में बदलाव लाना होगा, जिससे वे इस घातक बीमारी से बच सकती हैं।
शोध की रिपोर्ट में आशंका व्यक्त की गई है कि 2020 तक हर साल करीब 76,000 भारतीय महिलाओं की मौत हो सकती है। शोध में कहा गया है कि यह भारत में आम तौर पर महिलाओं में होने वाले कैंसर में से एक है।
हाल में ही एक आंकडा लिया गया जिसमें ये बात सामने आई कि 20 से 30 साल की महिलाओं में तेजी से ब्रेस्ट कैंसर फैल रहा है। पिछले 5 सालों में यह बीमारी में बहुत तेजी देखी गई है, लेकिन अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि आखिर ये बीमारी किस कारण
यहां भारतीय मूल के वैज्ञानिकों से किया चौकानें वाला खुलासा। जिसके मुताबित घर में रखें फर्नीचर, सैंदर्य प्रसाधन, शैंपू और शारब में कुछ ऐसे सामान्य केमिकल पाएं जाते है। जो कि कैंसर के खतरें को बढाते है।
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