बाद सरकार ने 40 से अधिक सुखोई लड़ाकू विमानों को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल से लैस करने की प्रक्रिया तेज करने का फैसला किया है।
भारत और रूस ने दोनों देशों की सामरिक शक्ति को मजबूत करने के लिए जब ब्रह्मोस को लेकर समझौता किया होगा तो सोचा भी नहीं होगा कि यह रक्षा उत्पादों की श्रेणी का एक बड़ा ब्रांड होगा।
पाकिस्तान चीन से सुपरसोनिक मिसाइल खरीद सकता है, जोकि लागत प्रभावी होने के साथ-साथ भारत और रूस द्वारा विकसित ब्रह्मोस मिसाइल से बेहतर है।
शांत के पर्सनल कंप्यूटर और मोबाइल से ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़े कई डिजाइन मिले हैं। सोमवार को निशांत अग्रवाल को नागपुर में गिरफ्तार किया गया था
निशांत अग्रवाल मौजूदा वक्त में ब्रह्मोस मिसाइल इंटीग्रेशन में तैनात था। निशांत को यंगेस्ट साइंटिस्ट का अवॉर्ड भी मिल चुका है। एटीएस के मुताबिक निशांत अग्रवाल लंबे वक्त से सोशल मीडिया में एक्टिव था।
भारत ने सोमवार को सफलतापूर्वक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्राह्मोस का परीक्षण किया.......
भारत ने ओडिशा के तट पर स्थित परीक्षण रेंज से भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सोमवार को सफल परीक्षण किया...
नाम से ही दुश्मनों के पसीने छुड़ाने वाली विश्व की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस अगले छह महीने में 75 प्रतिशत स्वदेशी हो जाएगा। अभी इसमें 65 प्रतिशत स्थानीय कल-पुर्जों का इस्तेमाल किया जाता है।
विश्व की सबसे तेज गति की क्रूज (नीचे उड़ने वाली कंप्यूटर निर्देशित) मिसाइल ब्रह्मोस उन्नत इंजन के साथ दस साल में हाइपरसोनिक क्षमता हासिल कर लेगी और मैक-7 (घ्वनि की गति की सात गुना की सीमा) को पार कर लेगी।
ढाई टन वजनी यह मिसाइल ध्वनि की गति से 3 गुना तेज, मैक 2.8 की गति से चलती है और इसकी मारक क्षमता 250 किलोमीटर है...
मिसाइल के तय ऊंचाई और गति तक पहुंचते ही बूस्टर मोटर अलग हो जाता है और टर्बोफैन इंजन आगे के प्रक्षेपण के लिए स्वत: ही काम करने लगता है। इसी खासियत की वजह से यह रॉकेट से विमान और फिर मिसाइल में तब्दील हो जाती है।
भारतीय सेना को सालों के इंतजार के बाद आखिरकार 2020 तक मध्यम दूरी की सतह से हवा में प्रहार करने वाली यह मिसाइल मिल जाएगी।
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