भारत अब पानी के रास्ते ही चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मनों के घर मिनटों में आग लगा सकता है। दरअसल रविवार को भारतीय नौसेना ने अपने खतरनाक युद्धपोत आइएनएस मोरमुगाओ (D67) विध्वंसक से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण करके दुश्मनों में खलबली मचा दी है।
Brahmos Missile: भारत सरकार बाय इंडियन केटेगरी के तहत 1700 करोड़ रुपए में ब्रह्मोस मिसाइलें खरीद रही है। ये मिसाइलें जमीन से जमीन पर मार करने के अलावा एंटी टैंक हमलों को रोकने में भी सक्षम है।
भारत ने चीन से तनाव के बीच ओडिशा स्थित एक प्रक्षेपण स्थल से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने कहा कि यह मिसाइल कई स्वदेशी विशिष्टताओं से लैस है जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ब्रह्मोस मिसाइल को रूस और भारत ने मिलकर बनाया है, इसलिए रूस की सहमति न होने से यह मिसाइल किसी भी तीसरे देश को नहीं दी जा रही थी। अब रूस ने इस मिसाइल के निर्यात की अनुमति दे दी है।
भारत ने दो ब्रह्मोस मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण 21 और 22 अक्टूबर को किया है।
भारत और रूस ने दोनों देशों की सामरिक शक्ति को मजबूत करने के लिए जब ब्रह्मोस को लेकर समझौता किया होगा तो सोचा भी नहीं होगा कि यह रक्षा उत्पादों की श्रेणी का एक बड़ा ब्रांड होगा।
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