शिवा थापा का मानना है कि इस खेल में आक्रमण ही सबसे बड़ा हथियार होता है और वह एशियाई खेलों में पूरी आक्रामकता के साथ रिंग में उतरने जा रहे हैं।
विकास ने कहा कि एशियाई खेलों में भारत की जो मुक्केबाजी टीम जा रही है, वो दमदार है और टीम ज्यादा से ज्यादा पदक लाने की कोशिश में है।
दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 में हुए पिछले एशियाई खेलों में भारतीय मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण और चार कांस्य पदक सहित कुल पांच पदक जीते थे।
विश्व भर से अपने मजबूत मुक्कों का लोहा मनवाने वाले अमेरिका के पूर्व हेवीवेट मुक्केबाज माइक टाइसन भारत में पहली मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स लीग-कुमिते-1 लीग को लांच करेंगे।
फाइनल में जगह बनाने वाली महिलाओं में गत युवा विश्व चैंपियन ज्योति गूलिया (51 किग्रा) भी शामिल रहीं जिन्होंने सेमीफाइनल में रूस की ल्यूबोव माकीवा को 5-0 से हराया।
ड्रॉ में कम खिलाड़ियों के होने के कारण बीना देवी को सीधे अंतिम चार में जगह मिली थी।
बिधुड़ी पिछले साल सितंबर में हैम्बर्ग विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक के जीतने के बाद से पीठ में चोट लगने के कारण खेल से दूर थे।
इस साल इंडोनेशिया में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारियों के लिए भारत की शीर्ष महिला मुक्केबाज इटली रवाना हो गईं हैं।
अपने पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले भारत के मुक्केबाज विकास कृष्णा का अगला लक्ष्य एशियाई खेलों में एक और स्वर्ण पदक जीतना है।
भारत के मुक्केबाज गौरव सोलंकी ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के 10वें दिन शनिवार को मुक्केबाजी में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया है।
स्टार बॉक्सर एमसी मेरी कॉम ने 45-48 किलो ग्राम वर्ग में नॉर्दर्न आयरलैंड की क्रिस्टीना ओहारा को 5-0 से शिकस्त देकर 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के 10वें दिन भारत की शुरुआत गोल्ड मेडल से करवाई.
भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण 21वें राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुषों की 75 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने खेलों के नौवें दिन शुक्रवार को नार्दन आयरलैंड के स्टीवन डोनेले को सेमीफाइनल में 5-0 से मात दी।
भारत की एम सी मैरीकोम ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिला मुक्केबाजी में भारत को पहला स्वर्ण दिलाने की ओर मजबूत कदम बढाते हुए महिलाओं के 48 किलो वर्ग में फाइनल में प्रवेश किया जबकि विकास कृष्णन (75 किलो) ने दो अन्य के साथ पुरूष वर्ग के अंतिम चार में जगह बनायी।
अनुभवी मनोज कुमार (69 किग्रा) ने आज यहां राष्ट्रमंडल खेलों में अपने लिये दूसरा पदक पक्का किया जबकि उनके अलावा चार अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने भी इस खेल महाकुंभ के सेमीफाइनल में जगह बनायी।
ऑस्ट्रेलियाई मुक्केबाज टेलाह राबर्टसन 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गयी है।
पेशेवर सर्किट में पदार्पण के बाद से अजेय भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह अप्रैल में अपने तीसरे खिताब के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं और साल के अंत में अपने पहले विश्व खिताब के लिए उतर सकते हैं।
पेशेवर मुक्केबाज अखिल कुमार और जितेंदर कुमार शनिवार को होने वाले अपने अगले पेशेवर मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
इस समय डब्ल्यूबीओ रैंकिंग में छठे स्थान पर कायम विजेंदर ने राजस्थान रंबल के नाम से आयोजित हुए इस मैच में अपने विपक्षी खिलाड़ी को पूरे 10 राउंड तक चले मुकाबले में मात देते हुए लगातार 10वां मुकाबला जीता।
अफ्रीकी चैंपियन अर्नेस्ट अमुजु ने भारतीय मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह को एक बड़ी चेतावनी दे डाली है.
बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने आज आईओए की बैठक से इतर कहा,‘‘ओलंपिक चार्टर साफ तौर पर कहता है कि खेल महासंघों को अंतरराष्ट्रीय ईकाई से मान्यता मिलनी चाहिये। हमने उसका ही पालन किया।
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