पेशेवर करियर के शुरुआती दिनों में 1997 में टायसन और होलीफील्ड का मुकाबला हुआ था, जिसमें होलीफील्ड ने विवादास्पद मुकाबले में टायसन को हराया था।
बीजिंग ओलंपिक 2008 के कांस्य पदक विजेता विजेंदर अपने पेशेवर मुक्केबाजी करियर के शुरूआती दिनों में मैनचेस्टर में थे।
पूर्व मुक्केबाज टायसन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह पंच मारते हुए नजर आ रहे है।
जोशुआ ने दिसंबर में सऊदी अरब में एंडी रुइज को हराकर डब्ल्यूबीए, आईबीएफ, डब्ल्यूबीओ और आईबीओ हैवीवेट खिताब जीते थे।
मुकाबले से 48 घंटे पहले सभी मुक्केबाजों, ट्रेनर और रैफरी का कोरोना वायरस परीक्षण होगा और नतीजा आने पर उन्हें होटल में खुद को आईसोलेशन में रखना होगा।
मुक्केबाज सतीश कुमार पुरुषों की सुपर हैवीवेट कैटेगरी में रियो ओलम्पिक-2016 में क्वालीफाई करने से चूक गए थे, लेकिन इस बार उन्होंने मार्च में 91 किलोग्राम प्लस भारवर्ग में ओलम्पिक का टिकट कटा लिया।
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने रविवार को देश के मुक्केबाजों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की और उनकी तारीफ करते हुए कहा कि ओलम्पिक खेलों में भारत को पदक तालिका में शीर्ष-10 में ले जाने में मुक्केबाजी बड़ा किरदार निभाएगी।
राष्ट्रीय शिविर में ट्रेनिंग शुरू होने में अभी समय लगेगा लेकिन जब यह शुरू होगी तो भी कोविड-19 महामारी के भय के चलते मुक्केबाज स्पष्ट दिशानिर्देशों के आने तक कोई ‘स्पारिंग’ (जोड़ीदार के साथ अभ्यास) नहीं कर पायेंगे।
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज संघ (एआईबीए) ने भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) पर अपने दायित्वों का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने महिला विश्व चैंपियनशिप 2018 के आयोजन के मेजबानी शुल्क का लगभग दो तिहाई हिस्सा का अब तक भी भुगतान नहीं किया है।
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ ने 2017 में किया गया करार तोड़कर अब सर्बिया को मेजबानी सौंपी है।
बीएफआई की प्रेस रिलीज के अनुसार मेरीकोम के साथ भारतीय टीम के डाक्टरों और फिजियो ने भी इस सत्र में हिस्सा लिया जिसे तीन सौ के करीब प्रतिभागियों ने देखा।
निकारागुआ में कोविड-19 के केवल 11 मामले पाये गये हैं जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है। वहां 15 दिन के अवकाश के बाद स्कूल और कार्यालय पूर्व की तरह संचालित होने लगे हैं।
विश्व मुक्केबाजी संगठन (डब्ल्यूबीओ) ने कोरोनावायरस के कारण सभी तरह की गतिविधियों को कम से कम 15 जून तक के लिए स्थगित कर दिया है।
मुक्केबाज डिंको सिंह को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) 25 अप्रैल को यहां लाएगा जिससे कि लीवर के कैंसर का उनका उपचार दोबारा शुरू हो सके।
इस सत्र में मैच के दिन होने वाली घबराहट, कोच की अनुपस्थिति में ट्रेनिंग करना और अनिश्चितता के इस दौर में अपनी देखभाल कैसे की जाए, जैसे मुद्दों पर चर्चा की गयी।
देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और मृतकों की संख्या के बावजूद 2017 में भारतीय टीम से जुड़े अनुभवी कोच नीवा को उम्मीद है कि अगले महीने की शुरुआत तक स्थिति में सुधार होगा।
आयोजकों ने अगले महीने भी दो अन्य प्रतियोगिताओं को बंद स्टेडियमों में आयोजित करने का फैसला किया है लेकिन कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये सरकार के कड़े प्रतिबंधों को देखते हुए उन्हें भी स्थगित किया जा सकता है।
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाया गया लॉकडाउन मंगलवार को खत्म हो रहा है लेकिन इसे बढ़ाए जाने की संभावना है क्योंकि राज्य सरकारें पॉजीटिव मामलों में बढ़ोतरी से जूझ रही हैं।
पूरे देश में इस समय कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन है और इसी कारण खिलाड़ी नियमित अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में महिला मुक्केबाज अंकुशिता बोरो को अपने अभ्यास की चिंता है क्योंकि इसके लिए उन्हें कोई साझेदार नहीं मिल रहा है।
विजेंदर अभी सर्किट में अजेय है और उन्होंने अपने सभी 12 मुकाबले जीते हैं। उनका अमेरिका के बाब आरुम के टॉप रैंक प्रमोशन्स के साथ अनुबंध है।
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