Bond Market in World: सरकार को जब पैसों की जरूरत होती है तब वह एक निश्चित ब्याज दर पर बॉन्ड जारी करती है। यह सेम नियम प्राइवेट कंपनियों पर भी लागू होता है। आज के आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि लोन मार्केट में बॉन्ड ने अपनी जेम्सगिरी कैसे कायम की? इसकी शुरुआत कब हुई? आइए पन्ने पलटते हैं।
Fixed Deposit की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने के बाद से सुरक्षित और अच्छे रिटर्न की तलाश करने वाले निवेशकों के पास बैंक FD में निवेश करना एक बेहतर विकल्प बन गया है। हालांकि, बॉन्ड (Bond) में निवेश भी बेहतर रिटर्न के ऑप्शन के रूप में अपनी जरूरतों के आधार पर पूरा खरा उतरता है।
रिजर्व बैंक की खुदरा प्रत्यक्ष योजना के जरिये निवेशक अब प्राथमिक और माध्यमिक बाजारों से सीधे ट्रेजरी बिल, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आदि खरीद सकेंगे
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा, ‘‘कंपनी के निदेशक मंडल ने 2,000 करोड़ रुपये तक के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी कर कोष जुटाने की मंजूरी दे दी है।’’ यह राशि एक या अधिक किस्तों में जुटाई जाएगी।
एसबीआई ने कहा कि इस बॉन्ड को निवेशकों से भारी प्रतिक्रिया मिली, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये के बेस इश्यू साइज के मुकाबले 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां प्राप्त हुईं
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एकबार फिर चेतावनी जारी की है। भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे महामारी के झटके से बाहर निकल रही है।
डिपॉजटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से 22 जनवरी के दौरान शेयर बाजारों में 24,469 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि उन्होने ऋण या बांड बाजार से 6,013 करोड़ रुपये की निकासी की है।
जिस तरह लखनऊ नगर निगम के बॉन्ड को रेटिंग मिली है, उसको देखते हुए गाजियाबाद, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर और आगरा नगर निगमों के भी बॉन्ड जारी किए जाएंगे।
रिजर्व बैंक 22 अक्टूबर 2020 को दस हजार करोड़ रुपये में राज्य विकास ऋण यानि एसडीएल की पहली बार खुले बाजार परिचालन के जरिये (ओएमओ) खरीद करेगा। नीलामी का परिणाम 22 अक्टूबर को ही घोषित कर दिया जायेगा।
एसबीआई के डिप्टी एमडी (फाइनेंस) स्वामीनाथन जे ने कहा कि इन बांड्स को मिली भारी प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि स्टेट बैंक की प्रतिभूतियां गोल्ड स्टैंडर्ड वाली होती हैं
बैंक ने कहा कि इन बांड का अंकित मूल्य 10 लाख रुपए प्रति बांड होगा और परिपक्वता अवधि 15 साल की होगी। इनके ऊपर सालाना 6.80 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा।
एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने मई में कहा था कि वह जुलाई में 14,000 करोड़ रुपए जुटाने के लिए दो नई श्रृंखलाओं के साथ भारत बांड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) की दूसरी किस्त लाएगी।
मार्च अंत में पी-नोट्स के जरिए निवेश 15 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया था
कंपनी संयुक्त देनदारी समूह (जेएलजी) ऋण, संपत्ति गिरवी रखकर ऋण और व्यक्तिगत ऋण देती है। कंपनी की मौजूदगी 18 राज्यों में है।
गुजरात उच्च न्यायालय ने योजनाओं को बंद करने के लिए ई-मतदान की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।
बॉन्ड 28 मई के बैंक के कार्यसमय खत्म होने के बाद से निवेश के लिए उपलब्ध नहीं होंगे
रिजर्व बैंक 15-15 हजार करोड़ रुपये की दो किस्तों में खरीदेगा बॉन्ड
कंपनी ने कहा है कि यह राशि समय-समय पर एक या अधिक किस्तों में जुटाई जाएगी।
इस प्रस्तावित योजना के तहत, बेहिसाबी संपत्ति धारकों को न्यूनतम टैक्स का भुगतान करने के जरिये अपनी संपत्ति का खुलासा करने का अवसर दिया जाएगा।
गुप्ता ने कहा कि हमने चालू वित्त वर्ष में 25,000 करोड़ रुपए के पूंजी व्यय की योजना बनाई है। इसमें से करीब 8,000 करोड़ अगस्त के अंत तक खर्च किया जा चुका है
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