पाकिस्तानी नागरिक रिजवान की गिरफ्तारी इस बात का सबूत है कि नूपुर की जान के दुश्मन अब मुल्क के भीतर ही नहीं, सरहद के पार भी हैं।
कांग्रेस अपने आप को सबसे बड़ा विरोधी दल कहती है लेकिन उसका साथ देने वाली पार्टियां भी द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी का विरोध करने से कतराने लगीं।
अगर PFI का बैकग्राउंड देखें, पिछले कुछ साल में इनकी हरकतें देखें तो लगता है कि यह खतरा जितना हम सोच सकते हैं उससे भी बड़ा है।
शुक्रवार को होने वाले संसद सत्र को रद्द कर दिया गया क्योंकि संसद भवन से कई किलोमीटर दूरी तक हजारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री की टिप्पणियों को श्रीलंका में व्याप्त अराजकता और कई राज्य सरकारों द्वारा दी जा रही मुफ्त सुविधाओं के आलोक में देखा जाना चाहिए।
यह सही है कि चीजों की कीमतें बढ़ी हैं, बेरोजगारी की दर भी बढ़ी है, लेकिन कोरोना के कारण पूरी दुनिया में यह दिक्कत है।
सिर कलम करने और फिर लगातार धमकाए जाने की खबरें आने के बाद जो तनावपूर्ण हालात पैदा हुए हैं, उनका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
ऐसा लगता है कि पुलिस सब पहले ही तय कर चुकी थी, इसीलिए CO ने सलमान चिश्ती के कान में बचने का फॉर्मूला बताया।
अजमेर के एडिशनल एस.पी. विकास सांगवान ने बताया कि सलमान चिश्ती को मंगलवार रात खादिम मोहल्ला स्थित उनके घर से पकड़ा गया।
जब तक ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं होगी, जब तक समाज ऐसे लोगों का बहिष्कार नहीं करेगा, तब तक इस तरह के मामले नहीं रुकेंगे।
कई लोगों ने कहा कि उदयपुर में 2 मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा एक दर्जी की निर्मम हत्या के लिए सिर्फ नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराना न्यायसंगत नहीं है।
उदयपुर में आतंक की दावत कराची के एक हेडक्वार्टर ने दी और उदयपुर में हत्यारों ने सिर कलम कर दिया।
शिंदे ने पांच साल तक फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम किया, लेकिन अब यह उल्टा हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट में अपनी हार के कुछ ही मिनट बाद उद्धव ठाकरे ने रात को सोशल मीडिया के जरिए अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
हत्या का वीडियो सामने आने के बाद राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बयान पर मुझे हैरानी और थोड़ी निराशा हुई।
गुरुवार को एकनाथ शिंदे ने गुवाहाटी के एक होटल में अपने समर्थक विधायकों की परेड कराई और कहा कि हमारे पीछे एक 'महाशक्ति' खड़ी है।
ताजा हालात ऐसे हैं कि शिवसेना के कर्ताधर्ता उद्धव ठाकरे दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं, एक तरफ कुआं है तो दूसरी तरफ खाई।
ठाकरे ने शिंदे को मनाने के लिए अपने 2 भरोसेमंद नेताओं, मिलिंद नार्वेकर और रविंद्र फाटक को सूरत भेजा था, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।
अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के नौजवानों में कुछ कन्फ्यूजन था, जो अब दूर होता दिख रहा है।
नौजवानों के लिए मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि उन्हें अपनी बात कहने का, प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है, लेकिन इसका तरीका शांतिपूर्ण होना चाहिए।
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