प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के हकों का रक्षा कवच है, संविधान देश की प्रगति को दिशा देने वाली शक्ति है, संविधान के साथ खिलवाड़ तो कांग्रेस ने किया, बीजेपी ऐसा कभी नहीं कर सकती।
पीएम मोदी ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड का जो लोग आज विरोध कर रहे हैं, वे भविष्य में पछताएंगे क्योंकि इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले पैसे में पारदर्शिता लाने हेतु अच्छी नीयत से बनाई गई थी।
असल में विरोधी ये बात समझ नहीं पाए हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में माहिर हैं। गलती से भी किसी विरोधी नेता ने मोदी को सामने फुल टॉस फेंकी तो वे मौके पर चौका लगाने में जरा नहीं चूकते।
मीसा भारती के छोटे भाई और RJD के स्टार कैंपेनर तेजस्वी यादव ने अपनी बहन के बयान पर ख़ामोशी अख़्तियार कर ली, और उल्टे बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह मुद्दों की बातें नहीं करती, मुद्दों से भटकाने की बात करती है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के पास इतना भारी बहुमत है कि एक मंत्री या 5-10 विधायकों के जाने से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन केजरीवाल की बड़ी समस्या ये है कि वो अपने दावे के मुताबिक जेल से सरकार कैसे चलाएंगे?
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद भी आम आदमी पार्टी आक्रामक रही, पूरे केस को फर्जी बताया, कहा, एक भी पैसा कहीं नहीं मिला, गवाहों ने बीजेपी से डरकर बयान दिए लेकिन हाईकोर्ट के फैसले ने इन सारी बातों पर पानी फेर दिया।
महाराष्ट्र में संजय निरूपम ने पिछले हफ्ते ही ये साफ कर दिया था कि अगर मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के लिए नहीं छोड़ी, अगर कांग्रेस ने इस सीट पर अपनी दावेदारी छोड़ी, तो वो अपना रास्ता अलग करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल शुरू होने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, चुनाव के बाद सरकार बनते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे तेज़ कार्रवाई शुरू होगी।
सोमवार को केजरीवाल की पेशी के बाद सुनीता केजरीवाल ने कहा कि 11 दिन की पूछताछ के बाद भी केजरीवाल को रिहा नहीं किया गया क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती कि वो लोकसभा चुनाव तक बाहर आएं लेकिन देश की जनता इसका जवाब देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संदेशखाली की महिलाओं ने अपने ऊपर हुए जुल्म की दास्तां रो-रोकर सुनाई लेकिन ममता बनर्जी का दिल नहीं पसीजा। वह जुल्म करने वाले गुंडे को, गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने वाले अपने नेता को बचाती रहीं।
जब शाहजहां को बशीरहाट कोर्ट में पेश किया गया, तो वह पूरी अकड़ के साथ आगे-आगे चल रहा था, हाथ हिलाकर विक्ट्री साइन दिखा रहा था, और बंगाल पुलिस के अफसर उसके पीछे-पीछे चल रहे थे।
अगर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को नहीं बदला तो विक्रमादित्य सिंह का गुट फिर नाराज हो जाएगा। अगर मुख्यमंत्री बदल दिया तो सुक्खू के समर्थक विधायक आंखें दिखाएंगे।
महाराष्ट्र में एक कांग्रेस नेता ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का साथ पकड़ लिया। गुजरात में भी कांग्रेस के एक नेता ने पाला बदल लिया। एक के बाद एक विपक्ष को कई झटके लगे। झटके भी ऐसे कि अब जवाब देते नहीं बन रहा है।
सोमवार को हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार से पूछा कि शेख शाहजहां के खिलाफ चार साल से संगीन आरोपों में कई केस दर्ज हैं, उसे अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
पंजाब के किसान नेता बार-बार दावा कर रहे हैं कि प्रदर्शनकारी शान्तिपूर्ण तरीके से दिल्ली की तरफ बढ़ना चाहते हैं, सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है, लेकिन जो तस्वीरें हैं, वे दूसरी कहानी बयां करती हैं।
किसानों की समस्याओं का समाधान बातचीत से ही निकलेगा, मेज पर बैठकर निकलेगा। दोनों पक्षों को इसी दिशा में काम करना चाहिए। आज तक किसी भी समस्या का हल टकराव से नहीं निकला।
बेहतर तो ये होता कि जैसे ही महिलाओं के वीडियो सामने आए, ममता उसी वक्त खुद संदेशखाली जातीं, महिलाओं की बात सुनती और जुल्म करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करतीं, तो शायद ये मामला इतना बड़ा न होता।
कांग्रेस ने सबको चुका हुआ, धोखेबाज नेता बताया, लेकिन जिसने भी कांग्रेस छोड़ी उनमें से ज्यादातर ने राहुल गांधी की कार्यशैली को नाराजगी की वजह बताया। इसलिए अब कांग्रेस के नेताओं को इस बात पर आत्ममंथन करना चाहिए कि क्या इसके लिए मोदी जिम्मेदार हैं।
शंभू बॉर्डर पर दो हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। पुलिस के साथ साथ पैरामिलिट्री फोर्सेज को भी तैनात किया गया है। हालांकि सरकार ने किसान नेताओं से दो दौर की बात की है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
दरअसल इन लोगों को यकीन ही नहीं था कि वो कभी अपने घर वापस लौट पाएंगे। ये सभी पूर्व कतर की नौसेना को ट्रेनिंग देने वाली एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे लेकिन जासूसी के इल्जाम में इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और मौत की सज़ा सुना दी गई थी।
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