दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में घुसते ही अब बड़े से बड़े माफिया की पैंट गीली हो जाती है।
अतीक को करीब दो हफ्ते पहले उमेश पाल की किडनैपिंग के केस में पेशी के लिए प्रयागराज इसी तरह लाया गया था।
नरेंद्र मोदी की सरकार की नीति मे झुकने की गुंजाइश नहीं है, इसीलिए अब देश के गृह मंत्री ने उसी जगह पर जाकर चीन को जवाब दिया, जिस पर वह दावा जता रहा है।
गुलाम नबी आजाद ने पहली बार खुलासा किया कि सोनिया गांधी इसलिए डरी हुई थीं क्योंकि बीजेपी की कुछ महिला नेताओं ने उन्हें पीएम बनाए जाने पर उनका विरोध करने का फैसला किया था।
गुलाम नबी आज़ाद ने ‘आप की अदालत’ में कई खुलासे किए। आज़ाद ने इस बात पर अफसोस जताया कि कैसे राहुल गांधी ने 'मोदी को गाली' देने की रणनीति अपनाकर 9 साल बर्बाद कर दिए।
नेताओं की गिरफ्तारी न हो, गिरफ्तारी हो तो तुरंत बेल मिले, अगर बेल न मिले तो नेताओं को जेल के बजाए घर में हाउस अरेस्ट रखा जाए, कोई भी अदालत यह आदेश कैसे दे सकती है?
मास्को: यूक्रेन पर हमले के बाद से ही रूस के विभिन्न शहरों में धमाकों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रूस के सेंट पीट्सबर्ग में एक ऐसे ही धमाके में रूसी सैन्य ब्लॉगर की मौत हो गई है। ऐसे में मास्को भी सकते में आ गया है। सैन्य ब्लॉगर की मौत उस वक्त हुई जब वह एक कैफे में थे और महिला ने उन्हें एक मूर्ति भेंट की।
बीजेपी का दावा है कि राहुल ने OBC समाज का अपमान किया और कांग्रेस का कहना है कि BJP राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से घबरा गई। असल में दोनों जानते हैं कि इन बातों का राहुल के मामले और उनकी सदस्यता जाने से कोई लेना देना नहीं है।
समाजवादी पार्टी के दो सांसद एस टी हसन और शफीकुर रहमान बर्क ने सवाल उठाया है कि बुधवार को नवरात्रि के लिए संसद में अवकाश क्यों घोषित किया गया । उन्होंने कहा, अगर हिंदू नववर्ष की छुट्टी दी जाती है तो रमजान की भी छुट्टी होनी चाहिए, जो दो दिन बाद आता है ।
जब पिछले महीने अमृतपाल और उसके समर्थकों ने अजनाला थाने का घेराव किया, पुलिसकर्मियों को घायल किया और अपने साथियों को छुड़ाया, तब पंजाब सरकार क्यों सो रही थी? अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई करने में पंजाब पुलिस को एक महीना लग गया।
अमृतपाल सिंह सिर्फ 30 साल का है, और पिछले साल अगस्त में ही दुबई से भारत लौटा है। ऐसा कैसे संभव है कि सिर्फ 7 महीने में उसने हथियार भी जमा कर लिए, अपना नेटवर्क भी फैला लिया?
पहली बार यह बात सामने आई है कि 2019 में आधी रात को और उसके बाद जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ, उसकी स्क्रिप्ट किसी और ने नहीं, बल्कि सियासत के चतुर खिलाड़ी शरद पवार ने लिखी थी।
उद्धव ठाकरे के मन में डर है कि चुनाव आयोग के फैसले के बाद अब पार्टी के साथ-साथ पार्टी की प्रॉपर्टी और इसका फंड भी शिंदे गुट के हाथ में चला जाएगा।
दोनों मामलों में लड़की के परिवार वाले रिश्ते से अनजान थे, उन्हें पता ही नहीं था उनकी बेटी किसी लड़के साथ लिव-इन में रह रही है।
झोपड़ी को सरकारी बुलडोजर से बचाने के लिए दोनों पीड़ितों के खुद को अंदर बंद करने, झोपड़ी में अचानक आग लगने और जलती झोपड़ी पर बुलडोजर चलने का वीडियो देखकर लोगों का दिल दहल गया।
सरकार का दावा है कि उसका रेगुलेटरी मैकेनिज्म ठीक-ठाक है, निवेशकों को नुकसान नहीं होगा, इसके बावजूद जब सुप्रीम कोर्ट ने पूछा तो सरकार ने विशेषज्ञों की एक समिति बनाने का फैसला किया।
मैं यह मानता हूं कि राजनीतिक बयानबाजी करना राहुल का हक है, लेकिन विदेशी नीति के मामलों में इस तरह से बोलने से बचना चाहिए।
मंगलवार की सुबह संसदीय दल की बैठक में बीजेपी के सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के भुज में आए विनाशकारी भूकंप को याद किया जिसमें 20,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
उद्योगपति कोई भी हो, अगर राजनीतिक कारणों से हम उन पर हमला करेंगे तो इसमें देश का कितना नुकसान है, इसके बारे में भी एक बार जरूर सोचना चाहिए।
मोदी ने जिस तरह से अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मुसलमानों के मन में बीजेपी के प्रति बैठाए गए शक को दूर करने की बात की है, उससे यह साफ है कि प्रधानमंत्री अब मुसलमानों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि बीजेपी उनके खिलाफ नहीं है।
संपादक की पसंद