कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी. के. शिवकुमार ने कहा था कि समय के साथ सब कुछ बदलता है, एक वक़्त आएगा, जब संविधान भी बदलेगा। उनसे सवाल किया गया था कि कर्नाटक सरकार ने सरकारी ठेकों में मुसलमानों को चार परसेंट आरक्षण देने का जो फैसला किया है, क्या वो संविधान के ख़िलाफ़ नहीं है?
जंतर मंतर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदर्शन में सब ने एक सुर में कहा कि जो पार्टियां वक्फ बिल का समर्थन कर रही हैं, वे मुस्लिम विरोधी हैं, बीजेपी के साथ हैं, इसलिए मुसलमानों को ऐसी पार्टियों का बॉयकॉट करना चाहिए। कांग्रेस की तरफ से सलमान खुर्शीद, गौरव गोगोई और इमरान मसूद इस धरने में पहुंचे।
पूरे उत्तर प्रदेश में आज रमज़ान के जुमे की नमाज होनी थी, साथ में होली भी। दस जिलों में मस्जिदें तिरपाल से ढकी हुई थी, ताकि कोई उपद्रवी रंग न फेंक सके। योगी ने खास तरह से होली मनाने वालों से अपील की कि वो दूसरों पर रंग डालते समय संयम बरतें। योगी की अपील काम आई।
महू में क्रिकेट फैन्स ने तिरंगा लेकर विजय जुलूस निकाला था, आतिशबाजी की थी, ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ के नारे लगा कर सड़कों पर निकले थे। लेकिन जामा मस्जिद रोड पर अचानक माहौल बदला। मस्जिद में तरावीह नमाज़ का वक्त था। कुछ लोग मस्जिद से निकले और जुलूस को वापस लौटने को कहा।
योगी ने महाकुंभ को लेकर वो तमाम बातें बताई जिसके बारे में लोगों को कुछ नहीं पता है। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को हुई भगदड़ में तीस श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। इसको लेकर योगी की सरकार पर सवाल उठे। विरोधियों ने हमले किए। योगी ने जो बताया, वो कई लोगों की आंखें खोल देगा।
महाकुंभ मूल रूप से गरीबों और मध्यम वर्ग के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन गया। देश के कोने-कोने से आए करोड़ों लोगों की श्रद्धा की अभिव्यक्ति का मंच बन गया। इतनी बड़ी संख्या में लोग आए कि उसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी।
महाकुंभ से यूपी की अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपये का फायदा पहुंचा। महाकुंभ की वजह से प्रयागराज के अलावा अयोध्या, काशी और विंध्यवासिनी की तस्वीर बदली। 45 दिन में यूपी दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक तीर्थाटन का केंद्र बन गया।
योगी ने कहा कि महाकुंभ को बदनाम करने के लिए सनातन विरोधियों ने पूरी ताकत लगाई। हर अनैतिक फॉर्मूला अपनाया, लोगों को डराया लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह न तो कम हुआ, न ही महाकुंभ की महिमा पर कोई दाग लगा पाए।
योगी ने समाजवादी पार्टी के नेताओं की तरफ इशारा करके चुटकी ली। कहा कि मुश्किल ये है कि समाजवादी और वामपंथी जिंदगी भर कन्फ्यूज्ड रहते हैं और आखिरी वक्त में सनातनी होते हैं, इसी चक्कर में गड़बड़ होती है।
वीडियो की बाकायदा नीलामी हो रही थी, टीज़र अपलोड किए जाते थे और फिर हजार, दो हजार रुपये में पूरा वीडियो ऑफर किया जाता था। महाकुंभ में अब घाटों पर वीडियो बनाने, फोटो खींचने पर पाबंदी लगा दी गई है।
ट्रंप के बयान को लेकर भारत में सियासत गर्मा गई है क्योंकि USAID से मिली मदद का इस्तेमाल जिस संस्था के जरिए हुआ, उससे जॉर्ज सोरोस का भी कनेक्शन है। जॉर्ज सोरोस कई बार भारत में नरेन्द्र मोदी की सरकार को हटाने के लिए मुहिम चलाने का एलान कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सभी नये मंत्रियों को बधाई देते हुए कहा कि नयी टीम में ऊर्जा और अनुभव का सम्मिश्रण है और उन्हें विश्वास है कि ये टीम दिल्ली को सुशासन देगी।
रेलवे ने महाकुंभ के लिए ढाई साल पहले तैयारी शुरू कर दी थी। प्रयागराज में बड़े पैमाने पर आधारभूत ढांचा खड़ा किया गया लेकिन ये कल्पना किसी ने नहीं की थी कि महाकुंभ में 50 करोड़ से ज्यादा लोग आएंगे।
आप कल्पना कर सकते हैं कि जब रैंगिग के नाम पर हुई हैवानियत की बात सुनने में इतनी दर्दनाक है, तो उसकी तस्वीरें कैसी होंगी। जिन बच्चों ने ये दारिंदगी झेली, उनकी दर्द भरी चीखें सुनकर उनके मां-बाप पर क्या गुजरी होगी?
योगी आदित्यनाथ की सरकार और प्रशासन के लिए दिन बहुत चुनौती पूर्ण था लेकिन इस चुनौती का योगी ने सफलतापूर्वक सामना किया। प्रयागराज से जो तस्वीरें आईं वो आश्चर्यचकित करने वाली थीं।
बातें इतनी गंदी हैं कि मैं बताना तो दूर, खुलकर जिक्र भी नहीं कर सकता। यूट्यूब के इस शो में गाली-गलौज पहले भी होती थी, अश्लील भाषा का इस्तेमाल पहले भी होता था, पर इस बार जो हुआ, उसने देखने वालों को हैरान कर दिया।
जिन लोगों को डिपोर्ट किया गया, उनमें से ज्यादातर लोगों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उन्हें एजेंट ने धोखा दिया, एजेंट को पैसा देने के लिए किसी ने कर्ज लिया, किसी ने जायदाद बेची, किसी ने अपना घर गिरवी रख दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगर संगम में स्नान किया, मां गंगा की आरती की, सूर्य को अर्घ्य दिया, तो इसमें बुराई क्या है? अगर इससे दिल्ली के चुनाव में वोट मिलते हैं तो फिर केजरीवाल और राहुल गांधी को किसने रोका था?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग गरीब की झोपड़ी में जाकर फोटो सेशन कराते हैं, वो गरीबी का मतलब ही नहीं जानते, इसीलिए उनको गरीब परिवार से आई राष्ट्रपति महोदया का भाषण बोरिंग लगता है।
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बीच 70 लाख वोटर्स जोड़ने की बात कहकर महाराष्ट्र के चुनाव के नतीजों पर सवाल खड़ा कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग को इस मामले में चुनाव के बाद एक लंबा पत्र लिखा था। चुनाव आयोग ने 66 पन्नों का जवाब दिया था।
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