भारत में मिले हजारों मामलों के बाद अब बांग्लादेश के सतखीरा से ब्लैक फंगस का पहला केस दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। इस बीच ब्लैक फंगस ने भी सरकार की परेशानियों को बढ़ा दिया है, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने ब्लैक फंगस को अधिसूचित बीमारी के रूप में वर्गीकृत किया है, जिसकी जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी है।
महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस (Mucormycosis) से अभी तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में इसके कुल 2113 केस मिले हैं, जिनमें से 1780 का अलग-अलग अस्पतालों में अभी उपचार चल रहा है और 213 मरीज ठीक हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भारत में 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से म्यूकोर्मिकोसिस के 5,424 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इन 4,556 रोगियों में COVID19 संक्रमण का इतिहास है।
चक्रवात यास के असर से ओडिशा में तेज़ हवाएं और बारिश हो रही है। चक्रवात यास 26 मई को दोपहर में बालासोर के पास पारादीप और सागर द्वीप को पार करने की संभावना है: IMD
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को अधिकारियों से समय से स्थिति का मूल्यांकन करने, अस्पतालों में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए जरूरी दवाओं की जरूरत की समीक्षा करने एवं ‘तत्काल उसकी उपलब्धता’ सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘कई मरीज घर पर इलाज करा रहे हैं। वे ऑक्सीजन थेरेपी पर नहीं थे लेकिन उनमें भी म्यूकरमाइकोसिस का संक्रमण देखा गया। इसलिए ऑक्सीजन थेरेपी और इस संक्रमण का सीधा संबंध नहीं है।’’
ब्लैक और व्हाइट फंगस के बाद अब येलो फंगस ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। गाजियाबाद में येलो फंगस के एक मरीज में पुष्टि की गई है। डॉक्टरों ने बताया कि 45 वर्षीय जिस मरीज में येलो फंगस मिला है वह पहले कोरोना संक्रमित हो चुका है और इस समय डायबिटीज से भी पीड़ित है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में काला कवक या म्यूकरमाइकोसिस (Black Fungus) के करीब 500 मामले हैं और महानगर में इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाले एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कमी है।
कम प्रतिरक्षा वाले लोग म्यूकोर्मिकोसिस, कैंडिडा और एस्पोरोजेनस संक्रमण से संक्रमित होते हैं। ये कवक मुख्य रूप से साइनस, नाक, आंखों के आसपास की हड्डी में पाए जाते हैं और मस्तिष्क में प्रवेश कर सकते हैं। कभी-कभी फेफड़ों (फुफ्फुसीय श्लेष्मा रोग) या जठरांत्र संबंधी मार्ग में पाया जाता है: डॉ रणदीप गुलेरिया, एम्स
दिल्ली पुलिस ने ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन एम्फोटेरिसन बी-50 की कालाबाजारी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया हैl
येलो फंगल का पहला मामला गाजियाबाद से सामने आया है। कहा जा रहा है कि यह ब्लैक और व्हाइट से भी ज्यादा खतरनाक है।
अब तक 18 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में म्यूकोर्मिकोसिस के 5,424 मामले सामने आए हैं। 5,424 मामलों में से, 4,556 रोगियों में COVID19 संक्रमण का इतिहास है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का कहना है कि 55 फीसदी मरीजों को मधुमेह था |
देश में कोरोना वायरस महामारी का कहर अब कम होता जा रहा है लेकिन काला फंगस दहशत पैदा कर रहा है. अब इस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया गया है।
देश में म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के मामलों में बढोत्तरी हो रही है
इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में दिल्ली स्थित AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के मामलों पर बात करते हुए इस बीमारी के बारे में जानकारी दी।
हरियाणा में अबतक ब्लैक फंगस के कुल 398 मामले आए हैं जिनमें सबसे अधिक 147 मरीज गुरुग्राम के हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को दी।
कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर के लिए पर्याप्त रूप से तैयार करने में विफल रहने के बाद, अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी अब नियमित रूप से लोगों को तीसरी लहर की संभावना के बारे में चेतावनी दे रहे हैं।
ब्लैक फंगस से सतर्क रहें और सावधानी बरतें। शुगर के मरीजों को ब्लैक फंगस का खतरा। किडनी ट्रांसप्लांट और कैंसर मरीजों को खतरा। नाक से ब्राउन पानी निकलना ब्लैक फंगस का लक्षण।
इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के असर को रोकने को लेकर सुझाव दिए।
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