केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी रोग अधिनियम के तहत म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस को एक उल्लेखनीय बीमारी बनाने का आग्रह किया था, जिसमें कहा गया था कि संक्रमण लंबे समय तक रुग्णता और कोरोना रोगियों में मृत्यु दर का कारण बन रहा है। हालांकि, सफेद फंगस के मामलों की रिपोर्ट ने भी चिंता जताई है क्योंकि संक्रमण ब्लैक फंगस की तुलना में अधिक घातक पाया गया है।
म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस, एक दुर्लभ और खतरनाक कवक संक्रमण कुछ कोविड -19 रोगियों के साथ-साथ उन लोगों में भी पाया गया है जो संक्रमण से उबर चुके थे। ऑन द रिकॉर्ड के इस एपिसोड में, मैरीलैंड विश्वविद्यालय के संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डॉ फहीम यूनुस बताते हैं कि ब्लैक फंगस से कैसे निपटा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए पूरा वीडियो देखें।
सरकार द्वारा राज्यों से म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित करने के लिए कहने के बाद, कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कमी और इस बीमारी को आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर नहीं किए जाने पर लिखा है।
देश में ब्लैक फंगस तबाही मचा रहा है। खासतौर पर महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस तेजी से पैर पसार रहा है, वहीं तमिलनाडु, ओडिशा , गुजरात, चंडीगढ़ राजस्थान और तेलंगाना ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया है।
देश में बीते कई दिनों से 3 लाख से कम नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं, लेकिन इस बीच पूरे देश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है
अर्थराइटिस, ज्वॉइंट पेन ऐसी ही ओल्ड एज बीमारी है। ज्यादातर बुजुर्ग इससे परेशान रहते हैं। कोरोना इन परेशानियों को और बढ़ा देता है।
ब्लैक फंगस के मरीजों पर गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार से ग्राउंड रिपोर्ट। मोदी ने कहा, 'लड़ाई लंबी होने वाली है', वाराणसी के डॉक्टरों से बात करते हुए भावुक हुए। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
मुक़ाबला | नई आफत बनी ब्लैक फंगस पर स्वास्थ्य मंत्रियों का सम्मेलन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी में अब तक 'ब्लैक फंगस' के करीब 200 मामले सामने आए हैं । उन्होंने लोगों को ऐसे मामलों की तुरंत डॉक्टरों को रिपोर्ट करने और खुद से दवा नहीं लेने की सलाह दी।
ब्लैक फंगस रोग के संक्रमण को देखते हुए ICMR ने गाइडलाइन जारी की है। जिसमें बताया कि कैसे इसे कंट्रोल करे और संक्रमित हो जाए तो क्या करें और क्या नहीं।
कोरोना महमारी के बीच ब्लैक फंगस भी धीरे-धीरे पूरे देशभर में पांव पसार रहा है। देशभर में इस बीमारी ने अबतक साढ़े पांच हजार लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है।
एम्स के टॉप डॉक्टर ने बताया, ब्लैक फंगस की कैसे करें जल्द पहचान। केंद्र ने आज सभी राज्यों से ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के लिए क्यों कहा। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
विशेषज्ञों से जानिए घातक ब्लैक फंगस से खुद को कैसे बचाएं। केंद्र ने आज कोविड से संक्रमित सभी लोगों के लिए वैक्सीनेशन गाइडलाइन क्यों बदले। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
कोरोना का इंफेक्शन ख़त्म होने के बाद भी कई तरह की परेशानियां लंबे समय तक रह सकती हैं जिनमें ब्लैक फंगस भी एक है। कोरोना से ठीक होने के बाद किन बातों का रखें ध्यान? जानिए डॉक्टर्स से।
'ब्लैक फंगस' एक ऐसा गंभीर रोग है जो कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है। महाराष्ट्र और गुजरात सहित कई राज्यों में ये बीमारी अब तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इसे म्यूकरमाइकोसिस भी कहा जाता है।
कोरोना महामारी से जारी जंग के बीच में एक और बीमारी ने चिंता बढ़ा दी है। देश में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर्मिकोसिस की बीमारी तेजी से फैल रही है। कई राज्यों में इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। हैरानी की बात ये है कि कोरोना को हरा चुके कुछ लोग इस खतरनाक बीमारी का शिकार हो रहे हैं।
रूसी वैक्सीन स्पुतनिक V आज हुआ लॉन्च, अगले सप्ताह से बाजार में होगी उपलब्ध। यूपी, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र में कोविड मरीजों में फैल रहा घातक म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस)। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
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