कांग्रेस नेता ने भाजपा की आलोचना करते हुये कहा कि केंद्र में बहुमत की सरकार होने के बावजूद यह राज्यों में दूसरी पार्टी की सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।
राकांपा ने रविवार रात को दावा किया कि अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद के शपथ समारोह में शनिवार को भाग लेने वाले तीन विधायकों को भाजपा द्वारा निजी विमान में उसी दिन दिल्ली लाया गया था।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता रामगोविन्द चौधरी ने महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाए जाने और नई सरकार के गठन के बीच के घटनाक्रम पर श्वेतपत्र जारी करने की मांग की है।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के सीएम पद और अजीत पवार के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद कांग्रेस को पार्टी टूटने का डर सता रहा है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस का आला नेतृत्व अपने विधायकों को किसी कांग्रेस शासित राज्य में भेजने का विचार कर रह है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि राज्य के लोगों की भावना है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे नयी सरकार का नेतृत्व करें। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी की हरी झंडी मिलने के बाद पार्टी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट, प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी, अहमद पटेल और वेणुगोपाल सोनिया गांधी के घर बैठक में शामिल हुए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने राज्य सभा सभापति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिख कर जगह बदलने पर आपत्ति की। राउत ने कहा कि शिवसेना ने एनडीए से निकलने का औपचारिक ऐलान नहीं किया था। इसके बावजूद उनकी जगह बदल दी गई।
सोनिया से मुलाकात के बाद पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार गठन के बारे में चर्चा नहीं की। हमने सिर्फ राज्य में राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा की।’’
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार को लेकर अभीतक कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। रविवार को महाराष्ट्र में अगली सरकार के मुद्दे पर एनसीपी की कोर कमेटीकी बैठक हुई।
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन में टूट का असर 22 नवंबर को मुंबई मेयर के लिए होने वाले चुनाव पर भी पड़ सकता है। बृहन्मुंबई नगर निगम के 2017 में हुए चुनावों में 227 सदस्यीय नगर निगम में शिवसेना के 84 पार्षद जीते थे, वहीं सहयोगी भाजपा के 82 पार्षदों ने जीत हासिल की थी।
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधायकों को संबोधित किया और भरोसा दिलाया कि भाजपा के बिना कोई सरकार नही बना सकता।
विश्लेषक ने कहा, ‘‘एक राष्ट्रीय पार्टी के साथ समझौता होगा और यह देखना होगा कि वह (कांग्रेस अध्यक्ष) सोनिया गांधी को उन्हें समर्थन देने के लिए कैसे समझा पायेंगे। क्या वह उग्र हिंदुत्व के रूख को नरम करेंगे, जिसका सहारा शिवसेना लेती है, या एक समस्या खड़ी होगी, यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा।’’
मलिक ने रविवार की शाम संवाददाताओं से कहा, ‘‘शिवसेना को पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से निकलना होगा क्योंकि (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में) इसका एक कैबिनेट मंत्री है। जब तक शिवसेना राजग नहीं छोड़ेगी तब तक हम घटनाक्रम पर नजर रखेंगे और इंतजार करेंगे।’’
बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाने का ऐलान किया है। बीजेपी महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना और अन्य सहयोगी दलों को जनता ने जनादेश दिया है।
राज्य में 21 अक्टूबर को हुए चुनावों के नतीजे आने के एक पखवाड़े बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, “वैकल्पिक व्यवस्था कुछ भी हो सकती है, वो नयी सरकार हो सकती है या राष्ट्रपति शासन लगना भी हो सकती है।”
ठाकरे ने बृहस्पतिवार को घंटे भर तक चली शिवसेना के नये विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की जिस दौरान विधायकों ने दोहराया कि लोकसभा चुनाव से पहले पदों और जिम्मेदारियों के समान बंटवारे के जिस विचार पर सहमति बनी थी, उसे लागू किया जाना चाहिए।
राकांपा नेता जयंत पाटिल ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र में अगर भाजपा और शिवसेना गठबंधन सरकार बनाने में असफल हो जाता है तो उनकी पार्टी किसी विकल्प पर विचार करने के लिए बाध्य होगी।
शिवसेना नेताओं रामदास कदम और संजय राउत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से सोमवार को मुलाकात की। संजय राउत ने मुलाकात के बाद कहा कि हम चाहते है कि जल्द सरकार बने।
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच का गतिरोध खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। शिवसेना के नेता संजय राउत के तेवर अब और ज्यादा गरम हो गए हैं।
भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को दावा किया कि प्रदेश में जल्द ही सरकार का गठन होगा।
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