दुनिया भर में चर्चा में आई बिटकॉइन को लेकर भारतीयों की जिज्ञासा भी कम नहीं है। लोग इस आभासी मुद्रा या क्रिप्टोकरंसी को लेकर अपने सवाल ‘गूगल बाबा’ से पूछ रहे हैं।
आयकर विभाग ने बुधवार को दिल्ली, बैंग्लुरू, कोच्चि, हैदराबाद और गुरुग्राम में आज सुबह 9 बिटकॉइन एक्सचेंजों पर छापेमारी की गई है
बिटकॉइन में निवेश को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक पहले ही आगाह कर चुका है, अब देश में इंडस्ट्री ने भी बिटकॉइन के खिलाफ आवाज उठाई है
ASSOCHAM के मुताबिक निवेशक अपनी बचत का बहुत बड़ा हिस्सा पूंजी बाजार में निवेश करने के बजाय बिटकॉइन में निवेश कर रहे हैं
बिटकॉइन एक डिजिटल करंसी है जो पारंपरिक सिक्कों और नोटों की शक्ल में मौजूद नहीं है। इसे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ही रखा जा सकता है।
अमेरिका के एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने के बाद डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन 18,000 डॉलर के स्तर तक पहुंच गया। कुछ निवेशकों ने इसे हाथों-हाथ लेते हुए बहुत रुचि दिखाई, वहीं कुछ ने इसे हवा का बुलबुला समझते हुए इससे दूर बनाए रखी।
शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमतों ने 17,287.65 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ था, लेकिन आज शुरुआती कारोबार में इसका भाव घटकर 13,054.46 डॉलर
एजेंसियों को आशंका है कि बिटकॉइन के रेग्युलेशन में कमियों की वजह से इसका फायदा धोखाधड़ी करने वाले उठा सकते हैं
सुरक्षा शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया स्थित एडवांस पर्सिस्टेंट थ्रेट (APT) समूह तेजी से वित्तीय संस्थानों और बिटकॉइन की लेन-देन पर हमला कर रहे हैं...
बिटकॉइन ने 15585 डॉलर की ऊंचाई को छुआ है। सुबह जब बाजार खुला था तो यह 13227 डॉलर के स्तर पर था
मंगलवार को बिटकॉइन 11,755.85 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था और आज इसका भाव 12,771.35 डॉलर तक पहुंच गया है
दिसंबर के 6 दिन में ही इसका भाव 25 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है। 30 नवंबर को बिटकॉइन का भाव 9,677 डॉलर था लेकिन आज यह बढ़कर 12,135 डॉलर हो गया है
बिटकॉइन करेंसी में भारी गिरावट आई और यह 18% घटकर 9,292 डॉलर के स्तर तक लुढ़क गया। यानि ऊपरी स्तर से इसकी कीमत में 2085.33 घट गई है
लोग खोज रहे हैं कि बिटकॉइन क्या है, यह कैसे काम करता है और इसकी खोज किसने की है। चलिए हम आपको ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब देने की कोशिश करते हैं
7 साल पहले अगर किसी भारतीय ने बिटकाइन में 1 लाख रुपए रुपए का निवेश किया होता तो उसे करीब 10,101 बिटकॉइन मिलते और आज इनकी कीमत 651 करोड़ रुपए से अधिक होती
नोटबंदी के बाद भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की दिशा में कदम बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।
सरकार बिटकॉइन के जरिये सौदे करने वाली कंपनियों की निगरानी कर रही है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि इस तरह के सौदों से जनता से धन नहीं जुटाया जा सके।
Wipro ने एक गुमनाम स्रोत से धमकीभरा ईमेल मिलने के बाद अपने सभी कार्यालय परिसरों की सुरक्षा बढ़ा दी है। कंपनी से 25 मई तक 500 करोड़ रुपए की मांग की गई है।
सरकार ने वर्चुअल करेंसी की मौजूदा रूपरेखा पर गौर करने के लिए विशेष सचिव (आर्थिक मामले) की अध्यक्षता में एक अंतर-अनुशासन समिति का गठन किया है।
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