कोर्ट ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सेबी और भारत में संचालन करने वाले, तथा खुदरा निवेशकों के लिये क्रिप्टो करेंसी के विज्ञापन देने वाले तीन क्रिप्टो-एक्सचेंजों को नोटिस जारी किया।
क्रिप्टोकरेंसीज की आसमान छूती कीमतों के बीच हर किसी के मन में यही सवाल है कि क्या भारत में हम बिटकॉइन खरीद सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है, जिसमें उनकी यूनिट को जनरेट करने और फंड के ट्रासंफर को वेरीफाई करने में एनक्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
फरवरी में टेस्ला इंक (Tesla Inc) ने कहा था कि उसने बिटक्वॉइन (Bitcoin) में 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया था।
क्या भारत में लगने वाला है क्रिप्टोकरेंसी पर बैन.. क्या है क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन का मसला.. क्या है भारत सरकार का प्लान? जानिए पूरा मुद्दा
बिटकॉइन जैसी किप्टो करेंसी की चर्चा आज कल जोरों पर है। भारत में भी सरकार से इस पर स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने की मांग की जा रही है।
राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी का विरोध करते हुए कहा कि वह 5 डॉलर में भी बिटकॉइन को नहीं खरीदेंगे।
डिजिटल करेंसी बिटकॉइन की वृद्धि मंगलवार को भी जारी रही और पहली बार इसकी एक इकाई की कीमत 50 हजार डॉलर के पार चली गयी।
ठाकुर ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी पर एक बिल को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसे जल्द ही कैबिनेट के सामने रखा जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया भर में जानीमानी कंपनियों द्वारा उठाया जाने वाला यह कदम बिटक्वॉइन के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा।
डिजिटल पेमेंट डॉक्यूमेंट में यह बताया गया है कि आरबीआई के भीतर डिजिटल करेंसी पर तेजी से काम चल रहा है।
बजट सत्र में 'क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिसियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' पेश किया जाएगा। इससे बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी पर प्रतिबंध लगाने और रिजर्व बैंक की ओर से आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध के लिए सरकार ने जिस विधेयक को लिस्ट किया है उसमें आधिकारिक डिजिटल मुद्रा पर विधायी ढांचे के निर्माण का भी प्रावधान है
जेम्स होवेल्स ने 2009 में बिटकॉइन खरीदना शुरू किया था, जब क्रिप्टो का बाजार अपने शुरुआती चरण में था और डिजिटल करेंसी के बारे में कोई नहीं जानता था।
एक बार सोचकर देखिए कि उस शख्स को कैसा लगता होगा जिसे पता हो कि वह अरबपति है, लेकिन वह अपने पैसे का एक धेला भी इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
बिटक्वाइन एक डिजिटल करेंसी है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है।
क्रिप्टो बैंकिंग सर्विस प्रदाता Cashaa के साथ गठजोड़ कर इंडियन बैंक यूनाइटेड ने UNICAS नाम से एक ज्वॉइंट वेंचर बनाया है, जो उत्तर भारत में बैंक की सभी 34 शाखाओं में ऑनलाइल क्रिप्टो बैंकिंग सर्विस और फिजिकल सर्विस दोनों उपलब्ध कराएगा।
जांच में पता लगाया जा रहा है कि क्या हैकर्स खातों से जुड़े नॉन पब्लिक डाटा तक पहुंचने में सक्षम हुए या नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक ने 6 अप्रैल, 2018 को एक सर्कुलर जारी कर भारत में क्रिप्टोकरंसी के लेनदेन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
रिजर्व बैंक ने देश में किसी निजी तौर पर जारी की जाने वाली डिजिटल मुद्रा को चलाने की मंजूरी दिए जाने की संभावना को गुरुवार को पूरी तरह से नकार दिया।
संपादक की पसंद