उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को बनारस से बड़ा प्रेम था। दूरदर्शन पर एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “अगर किसी को सुरीला बनना है तो बनारस चला आए और गंगा जी के किनारे बैठ जाए, क्योंकि बनारस के नाम में “रस” आता है।”
उत्साद बिस्मिल्लाह खान की बुधवार को 102वीं जयंती हैं। उनके इस खास दिन पर सर्च इंजन गूगल ने उन्हें एक खास डूडल समर्पित कर याद किया है। बता दे कि यह डूडल चेन्नई के रहने वाले एक चित्रकार विजय कृष द्वारा डिजाइन किया गया है। इसकी पृष्ठभूमि में ज्यामितीय..
जीवन भर बनारस में गंगा किनारे बैठकर शहनाई बजाने वाले उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को साल 2001 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
भारत रत्न शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को दिए गए पद्म विभूषण प्रमाणपत्र को दीमकों ने आंशिक रूप से खराब कर दिया।
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