पानी की बोतल बनाने वाला बिसलेरी (Bisleri) एक विश्वसनीय ब्रांड है लेकिन इससे मिलते-जुलते नाम पर कई लोग नकली बोतलें बेच रहे हैं, जिससे ग्राहकों की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
नागपुर में आरपीएफ ने एक ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो कचरे में पड़ी बोतलों को सील बंद कर गंदे पानी को रेल यात्रियों को बेचता है। ये लोग रेल नीर समेत तमाम ब्रांडेड कंपनियों की बोतलों में गंदा पानी भरकर बेचते थे।
बिसलेरी की वेबसाइट के अनुसार, बोतलबंद पानी के कारोबार में कंपनी की 60 फीसदी हिस्सेदारी है। मौजूदा समय में बिसलेरी के 122 से अधिक चालू प्लांट हैं।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने पैकेटबंद पानी और मिनरल वॉटर विनिर्माताओं के लिए लाइसेंस हासिल करने या पंजीकरण के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) का प्रमाणन अनिवार्य कर दिया है।
महाराष्ट्र की सियासत में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही महाराष्ट्र नवनिर्माण पार्टी बीते कुछ दिनों से उद्धव सरकार पर लगातार हमले कर रही है।
अमेरिका की एक गैर लाभकारी संस्था ओर्ब मीडिया की रपट में खुलासा हुआ है कि इसमें पॉलीप्रोपिलीन, नायलॉन और पॉलीथिलीन टेरेफ्थेलेट जैसे तत्व मौजूद रहते हैं...
एक ओर जहां दुनियाभर में मीठे सॉफ्ट ड्रिंक्स की मांग लगातार घट रही हैं, वहीं इसके उलट भारत में अस्वास्थ्यकारी पेय पदार्थों की मांग लगातार बढ़ रही है।
बिसलेरी 23 साल बाद फिर से कोल्ड ड्रिंक कारोबार में एंट्री लेने जा रही है। कंपनी अगले साल की शुरूआत में अपने कोल्ड ड्रिंक प्रोडक्ट को बाजार में लॉन्च करेगी।
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