यूपी एटीएस ने आज एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया जो कि लोगों के फर्जी जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र बनाता था। पुलिस से इसके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।
ईपीएफओ ने इस सर्कुलर में कहा है कि आधार को जन्म प्रमाण पत्र नहीं है, बल्कि यह मुख्य तौर पर एक पहचान सत्यापन उपकरण है। आधार भारत सरकार की ओर से भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी 12 अंकों की व्यक्तिगत पहचान संख्या है।
फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले में रामपुर की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने आजम खान, उनके बेटे और पत्नी को दोषी करार देते हुए 7-7 साल की सजा सुनाई है। इस पर आजम खान ने भी बयान दिया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा ने इस महीने की शुरुआत में लाभ प्राप्त करने के लिए अपने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ करने के आरोप में शशि सूदन शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
Delhi News: दिल्ली वालों के लिए MCD ने दिवाली से पहले बोनस गिफ्ट दिया है। MCD ने जानकारी दी है कि अब जन्म के 4 साल बाद तक बच्चे का नाम बर्थ सर्टिफिकेट में ऑनलाइन दर्ज किया जा सकता है और इसे ऑटोमेटिक मंजूरी भी मिल जाएगी। पहले बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आम लोगों को चक्कर लगाने पड़ते थे।
अदालत ने चार साल के बच्चे और उसके छोटे भाई के जन्म प्रमाणपत्रों में उनकी उम्र 100 साल बढ़ाकर लिखने के मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये हैं।
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को राजधानी के पुनर्वास कालोनी में रहने वाले एक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी की बेटी ‘नागरिकता’ को उसका जन्म प्रमाण पत्र सौंपा।
बर्थ सर्टिफिकेट और डेथ सर्टिफिकेट भारतीय नागरिक होने के लिए अहम दस्तावेज माने जाते है। जानिए कैसे बनवाए दोबारा।
संपादक की पसंद