दंगों की आग में मणिपुर जल रहा है। एक जिले से उठी चिंगारी आठ जिलों तक फैल गई है जिसमें मकान, दुकानें सब जल रही हैं। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि सेना को बुलाना पड़ा है।
मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के खिलाफ भाजपा के विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। राज्य में मुख्यमंत्री से नाराज होकर दो विधायक कोई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने की शिकायत करते हुए अपने-अपने सरकारी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं।
Manipur News: सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उन स्थानीय लोगों के खिलाफ कदम उठाए जाएंगे जो ऐसे विदेशियों को किराए पर अपने घरों में रहने की अनुमति दे रहे हैं।
Manipur News: मणिपुर सरकार का निर्देश, राष्ट्र-विरोधी एजेंडा चलाने वाले 'सोशल मीडिया ग्रुप' छोडें सरकारी कर्मचारी। मणिपुर सरकार इन दिनों सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी एजेंडा चलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है।
Manipur News: पत्र में कहा गया है, ''जानकारी मिली है कि कई वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई सरकारी अधिकारी अनजाने में या जानबूझकर इन समूहों के सदस्य हैं, जो इस तरह के अलगाववादी, राष्ट्र-विरोधी, राज्य-विरोधी, असामाजिक और विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेते हैं।''
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए छह और मंत्रियों को शामिल किया। नये कैबिनेट मंत्रियों में भाजपा विधायक लेत्पाओ हाओक्पी, सपम रंजन सिंह, टी. बसंत सिंह, एल सुसिन्द्रो मेतेई और एच. डिंगो सिंह और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चिंगाई विधायक खासिम वशुम शामिल हैं।
मंत्रियों के शपथ पत्र के मुताबिक, सबसे अधिक घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री गोविंददास कोंथौजम हैं।
सिंह के साथ जिन पांच कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली, उनमें भाजपा से थोंगम बिश्वजीत सिंह, युमनाम खेमचंद सिंह, गोविंददास कोंथोजम, नेमचा किपगेन और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के आंगबो न्यूमाई शामिल हैं।
बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बीजेपी विधायक दल की बैठक में ये फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है।
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, बीरेन सिंह, टी. बिस्वजीत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ए शारदा देवी पार्टी के भीतर ‘‘गुटबाजी’’ की खबरों के बीच 15 मार्च को दिल्ली गए थे और 17 मार्च को इंफाल लौट आए थे। सोशल मीडिया पर इसको लेकर अटकलें जारी हैं कि दोनों में से कौन अगला मुख्यमंत्री बनेगा।
मणिपुर के में आज हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 173 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 38 सीटों पर हो रही इस वोटिंग 173 प्रत्याशियों में 15 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अफ्सपा को केंद्र की सहमति से क्रमिक रूप से हटाया जा सकता है। लेकिन, हमें अवश्य याद रखना चाहिए कि म्यांमा में राजनीतिक स्थिरता नहीं है और हमारे देश की सीमा उसके साथ लगी हुई है।’’
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि भाजपा अगले विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत के बाद श्याम की मदद से सत्ता में फिर से लौटेगी।
राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच आज नॉर्थ ईस्ट की राजनीति के लिहाज से भी बड़ा दिन है। मणिपुर विधानसभा में आज विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। ये फ्लोर टेस्ट ही बीजेपी की गठबंधन सरकार का भविष्य तय करेगा।
मुख्यममंत्री ने पार्षदों का स्वागत किया और कहा कि भगवा दल में विश्वास के कारण वे भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में भाजपा सरकार के अच्छे कामों से खुश होकर वे पार्टी में शामिल हुए हैं।
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों और पद से इस्तीफा देने वाले मंत्रियों ने कांग्रेस को समर्थन की बात कही है। ऐसे में राज्य में कभी भी राष्ट्रपति शासन लगाए जाने संबंधी फैसला हो सकता है
पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एकजुट है। इस लड़ाई में रविवार को गोवा से अच्छी खबर मिली थी। अब मणिपुर भी कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो गया है।
केंद्र सरकार से मणिपुर राज्य में ‘इनर लाइन परमिट’ (आईएलपी) व्यवस्था लागू होने का आश्वासन मिलने के बाद ‘मणिपुर पीपल अगेंस्ट सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल’ (एमएएनपीएसी) संगठन ने मंगलवार को मणिपुर बंद का आह्वान वापस ले लिया।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद यहां बने सियासी समीकरण से पहले भी देश में ऐसे कई मौके आए, जब सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी को विपक्ष में बैठना पड़ा और दूसरे नंबर की पार्टी सत्ता पर काबिज हो गई...
भारत की अंडर-17 फुटबाल टीम में शामिल आठ मणिपुरी खिलाड़ियों को ईनाम की रकम नहीं मिलने की खबर के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने गुरुवार को इन खिलाड़ियों को तुरंत रकम देने के निर्देश दिए हैं।
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