मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने उखरुल जिले के मुल्लम कुकी गांव में 50 एकड़ में फैली अफीम की अवैध खेती को नष्ट करने की जानकारी दी। प्रशासन ने सूबे में अफीम की अवैध खेती के खिलाफ अभियान जारी रखा है।
मणिपुर में जारी जातीय हिंसा पर सीएम एन बीरेन सिंह ने एक बार फिर बयान दिया है। सीएम ने कहा कि मैं आतंकवादियों से माफी क्यों मांगूं? मैं निर्दोष लोगों और अपने घरों से विस्थापित लोगों से माफी मांग रहा हूं।
साल के आखिरी दिन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर हिंसा के लिए राज्य की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि यह पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मुझे सच में खेद है।
मणिपुर के इंफाल में उग्रवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में चार लोग घायल हो गए हैं। इस घटना पर राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने कड़ी निंदा जताई है और उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट शेयर किया है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि 10वीं और 11वीं भारतीय रिजर्व बटालियन (IRB) के नवनियुक्त कर्मियों को हाइवे सिक्योरिटी और कानून-व्यवस्था के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने पंगेई पुलिस ट्रेनिंग सेंटर का दौरा किया।
एमएनएफ नेता नेता ने दावा कि मणिपुर जातीय हिंसा में अब तक 219 ज़ो लोग मारे गए हैं और 41,425 लोग विस्थापित हुए हैं, जिन्हें पड़ोसी राज्यों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने अवैध प्रवासियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले 40 या 50 सालों से बहुत कम लोगों ने देखा है कि कैसे अवैध प्रवासी मणिपुर में आकर बस गए हैं।
27 सितंबर को एन. जॉनसन सिंह अपने दो दोस्तों के साथ इंफाल वेस्ट जिले के न्यू कीथेलमानबी में केंद्रीय बलों में भर्ती के लिए कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की जीडी भर्ती परीक्षा देने गए थे, लेकिन रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां उग्रवादियों ने तीनों का अपहरण कर लिया था।
एन जॉनसन सिंह केंद्रीय बलों के लिए एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के न्यू कीथेलमनबी इलाके जा रहे थे। एन जॉनसन सिंह के साथ दो दोस्त भी थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां शुक्रवार को उग्रवादियों ने उनका अपहरण कर लिया।
मणिपुर में कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन के जरिए बम गिराए जाने की घटना के बाद सीएम बीरेन सिंह ने इसे आतंकी हमला करार दिया और कहा कि इसके जिम्मेदार लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने मणिपुर में 6 महीने के भीतर शांति व्यवस्था कायम करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसके लिए एक दूत की नियुक्ति भी कर ली गई है। वहीं इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि 'मैं इस्तीफा क्यों दूं?'
यह आग मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेने सिंह के आवास से 100 मीटर की दूरी पर लगी। आग लगने की घटना के बाद फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
मणिपुर के सीएम एन बिरेन सिंह के अग्रिम सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री का सुरक्षा काफिला हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था। इसी दौरान काफिले पर हमला किया गया।
सीएम बीरेन सिंह ने साफ-साफ कहा है कि शांति वार्ता में राज्य की क्षेत्रीय अखंडता और हमारे मूल निवासियों के कल्याण से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
सीएम बीरेन सिंह ने केंद्रीय सुरक्षा बलों से कहा है कि वे राज्य में कोई भी अभियान चलाने से पहले राज्य सरकार को सूचित करें।
यह घटना मणिपुर में दो युवकों की मौत पर छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है। इससे पहले आज सुबह ही भीड़ ने इंफाल पश्चिम जिले में उपायुक्त कार्यालय में तोड़फोड़ की और दो चार पहिया वाहनों को आग लगा दी थी।
हिंसा की मार झेल रहे पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में 26 सिंतबर की शाम 7:45 से तत्काल प्रभाव के साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन का यह आदेश 5 दिनों तक लागू रहेगा।
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि कड़ी सुरक्षा के बीच स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की कक्षाएँ कल से फिर से खुलेंगी।
सीएम एन बीरेन सिंह का कहना है कि जनता के विश्वास के बिना कोई नेता नहीं हो सकता है। मुझे अच्छा लगा जब मै सीएम हाउस से बाहर निकला तो वहां बड़ी संख्या में लोग जमा होकर मेरे इस्तीफे का विरोध कर रहे थे।
बीरेन सिंह के इस्तीफे की एक कॉपी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। हालांकि इसकी पुष्टि इंडिया टीवी नहीं करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीरेन सिंह राज्यपाल अनुसुइया उइके को अपना इस्तीफा देना चाहते थे।
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