उत्तर प्रदेश के हरदोई में गौवंशो के गोबर से सरकारी दफ्तरों को बिजली मिलनी शुरू हो गई है। जनपद के पहले गोवर्धन प्लांट से 30 किलोवाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। ये बायोगैस प्लांट 46 लाख की लागत से तैयार हुआ है।
600 सीबीजी संयंत्रों के लिए आशय पत्र पहले ही दिए जा चुके हैं वहीं शुक्रवार को 900 प्लांट के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए जिसके साथ अब कुल 1500 सीबीजी संयंत्र पर काम चल रहा है। योजना के तहत सरकार का 2023-24 तक पांच हजार सीबीजी संयंत्रों की स्थापना का लक्ष्य है।
धान की कटाई के बाद बचे डंढल और पत्तियों आदि से बायोगैस बनाने वाला देश का पहला संयंत्र हरियाणा के करनाल जिले में लगाया जा रहा है।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि कृषि अवशेष, गोबर और स्थानीय निकायों के ठोस कचरे से बायो गैस सृजित करने के लिए 5,000 बायो गैस संयंत्र स्थापित करने की योजना है।
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से चालू वित्त वर्ष में एक से छह घन मीटर क्षमता के एक लाख बायोगैस संयंत्र स्थापित करने को कहा है।
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