पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर 4 दिनों की यात्रा पर चीन जा रहे हैं। इस दौरान पाकिस्तान और चीन के बीच कई बड़े समझौते होने की बात कही गई है। पाकिस्तान इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर में चल रहा है। ऐसे में उसे चीन से मदद की बड़ी उम्मीद है।
पूर्वी एशिया से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र की रक्षा, सुरक्षा और सहयोग सिर्फ भारत और अमेरिका के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास के लिए जरूरी हो गया। इस क्षेत्र में चीन की दादागिरी रोकने के लिए भारत और अमेरिका ने खास रणनीति बनाई है। एस जयशंकर ने इसके लिए अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन से वार्ता की है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में पहुंचने के बाद अपने मित्र देशों के साथ कई द्विपक्षीय बहुपक्षीय बैठकें की। इस दौरान उन्होंने भारत के संबंधों को और रणनीतिक सहयोग को मजबूत किया। कनाडा से विवाद के बीच जयशंकर ने क्वॉड देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान से भी अहम वार्ता की।
पीएम मोदी ने ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ जी-20 से इतर द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पीएम मोदी से गले मिले। इसके बाद गर्मजोशी से दोनों नेताओं ने भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। फिर पीएम मोदी और फुमियो किशिदा की वार्ता।
सऊदी अरब के प्रिंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन समाप्त होने के बाद भी प्रिंस मो. बिन सलमान एक दिन अतिरिक्त भारत में ही रहेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
यह कदम 9-10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाइडेन की भारत यात्रा से पहले उठाया गया।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक और वार्ता करने को बेताब था। मगर चीन के अनुरोध को पीएम मोदी ने अस्वीकार कर दिया। भारतीय सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सिर्फ अनौपचारिक रूप से बातचीत पर सहमत हुए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार का कार्यकाल 12 अगस्त को पूरा हो रहा है। ऐसे वक्त में उन्होंने भारत के साथ बातचीत की इच्छा जाहिर की है। पीएम शहबाज की यह पेशकश अनायास नहीं है, बल्कि वह विभिन्न स्तर पर इसका माइलेज लेना चाहते हैं। मगर भारत क्या उनके अनुरोध को स्वीकारेगा, यह देखने वाली बात होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 जुलाई को फ्रांस के बैस्टिल डे परेड में शामिल होंगे। वह फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के विशेष आमंत्रण पर पेरिस जा रहे हैं। वहां से लौटते समय 15 जुलाई को यूएई जाने का भी कार्यक्रम है।
चीन और रूस अब यूक्रेन युद्ध के बीच मिलकर कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जो यूरोप के लिए कतई शुभ समाचार नहीं है। दोनों महाशक्तियां यूरोप और पश्चिमी देशों का दबदबा खत्म करने के लिए बड़ा सैन्य सहयोग करने जा रहे हैं। यह सिर्फ यूक्रेन युद्ध के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिका समेत नाटो देशों के लिए भी बड़ा झटका है।
फुमियो किशिदा ने कहा “मार्च से ही हमारे बीच वित्त और रक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में विभिन्न स्तर पर संवाद बरकरार है। मेरी योजना इस संवाद को और विस्तार देने की है। दक्षिण कोरियाई और जापानी अधिकारियों ने कहा कि योल और किशिदा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम,दक्षिण कोरिया व जापान की आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बात होगी।
साउथ कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश जापान के साथ मिलकर अहम वार्ता करने जा रहा है। यह वार्ता करीब 5 साल बाद होने जा रही है। इसमें जापान व दक्षिण कोरिया के राजनयिक और रक्षा अधिकारी पांच साल में पहली बार अगले सप्ताह संयुक्त वार्ता करेंगे।
दक्षिण चीन सागर के साथ ड्रैगन हिंद- प्रशांत महासागर क्षेत्र में भी अपनी दादागिरी बढ़ाता जा रहा है। जबकि इस क्षेत्र में भारत और जापान जैसे देशों का हित अत्यधिक निहित है। चीन ने हिंद - प्रशांत महासागर क्षेत्र में भारत और जापान जैसे देशों के लिए कड़ी चुनौती पैदा कर दी है।
चीन का दुश्मन फिलीपींस इन दिनों भारत के प्रमुख रक्षा साझेदारों के रूप में उभर रहा है। यह बात चीन को बेहद नागवार गुजर रही है। मगर इस दौरान शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत और फिलीपींस के बीच चौथी संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की अहम बैठक हुई है।
भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंध पिछले कुछ वर्षों के दौरान काफी गहरे हुए हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता और भारतीय मूल के वेदांत पटेल ने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका-भारत द्विपक्षीय संबंध हमारे बीच सबसे अधिक परिणाम देने वाले संबंधों में से एक है और भारत कई क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण भागीदार है।
भारत और इटली ने अपने द्विपक्षीय संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने पर "स्टार्ट अप ब्रिज" शुरू करने का ऐलान किया है। इसके बाद दोनों देश अंतरिक्ष से समुद्र तक एक दूसरे का साथ देंगे।
S Jaishankar in Cyprus: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर बृहस्पतिवार को साइप्रस की राजधानी निकोसिया पहुंच गए। भारत और साइप्रस संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के मौके पर वह निकोसिया पहुंचे हैं। एस. जयशंकर ने साइप्रस के अपने समकक्ष लोआनिस कासोउलिडेस से मुलाकात की।
China-Australia Relations: कोरोना से जूझ रहा चीन अब भी अपनी सामरिक विसात बिछाने में जुटा है। वह कभी अरब-खाड़ी देशों के साथ तो कभी आस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीकी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर बल दे रहा है। दरअसल चीन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन अपने दावे को और अधिक मजबूत करना चाहता है।
पनगढ़िया ने कहा, हमें अगले दशक के लिए भारत की वृद्धि की शानदार संभावनाओं का लाभ उठाते हुए अर्थव्यवस्था को बड़ा करने पर ध्यान देना चाहिए।
India's Navy CNS visits Shrilanka After Tawang: चीन नेपाल से लेकर श्रीलंका तक और बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान के रास्ते भारत की घेराबंदी कर रहा है। मगर चीन की हर हरकतों पर भारत की भी पैनी नजर है। चीन के साथ भारत की स्थिति तू डाल, डाल और मैं पात, पात की है।
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