पीएम मोदी और यूनान के समकक्ष कायरियाकोस मित्सोताकिस की फोन पर अहम वार्ता हुई है। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों पर प्रगति की समीक्षा समेत भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा समेत कई बड़े मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। विश्व शांति और स्थिरता के लिए हमारे संबंध जरूरी हैं।
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हो गई है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बैठक के बाद एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच यह साझेदारी पहले इतिहास के किसी भी समय की तुलना में सबसे ज्यादा मजबूत, घनिष्ठ और गतिशील है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मनी के साथ द्विपक्षीय साझेदारी में अन्य कई बड़ी संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले समय में जर्मनी भी भारत का रणनीतिक साझेदार हो सकता है।
अमेरिका के साथ भारत अपनी रणनीतिक साझेदारी को लगातार मजबूत कर रहा है। अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन के बीच वाशिंगटन में रक्षा, सुरक्षा से लेकर औद्योगिक सहयोग जैसे मुद्दों पर व्यापक वार्ता हुई है।
दूतावास ने भारतीयों को नौकरी दिलाने का झूठा झांसा देने वालों के खिलाफ आगाह करते हुए एक परामर्श जारी किया है। जयशंकर ने बैठक के दौरान आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए लाओस को भारत की ओर से पूर्ण समर्थन भी दिया।
चीन ने भारत के खिलाफ रणनीतिक बढ़त हासिल करने के लिए श्रीलंका और नेपाल के रास्ते घुसपैठ का रास्ता लंबे समय से तलाशता रहा है। इसमें वह काफी हद तक सफल भी रहा है। हालांकि श्रीलंका में चीन की दाल बहुत अधिक नहीं गल पाई तो अब वह नेपाल को रिझाने में जुटा है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए 2 दिनों की भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने पीएम मोदी से व्यापार, ऊर्जा और संपर्क क्षेत्र को लेकर गहन विचार विमर्श किया। दोनों देश तमाम मुद्दों पर एक साथ चलने को सहमत हुए।
इटली में चल रहे 50वें जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों ने अलग से द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को स्थिर व समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के लिए और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
अगर आप भी दुबई जाकर वहां नौकरी करना या बसना चाह रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। भारत और यूएई के बीच प्रवासन और आवागमन को आसान बनाने के लिए एक बड़ा समझौता शीघ्र होने जा रहा है। इससे दोनों देशों के आपसी संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
ईरान-इजरायल युद्ध की बढ़ती आशंका के बीच भारत-अमेरिका ने अपनी रणनीतिक साझेदारी और सतर्कता पर अधिक फोकस करना शुरू किया है। मध्य-पूर्व के हालात और रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा दक्षिण चीन सागर से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अशांति ने तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा बढ़ा दिया है। ऐसे में विदेश सचिव विनय क्वात्रा वाशिंगटन में हैं।
भारत के साथ अमेरिका का लगाव हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ा कारण है। इस क्षेत्र में चीन का मुकाबला करने के लिए अमेरिका को हर हाल में भारत जैसा मजबूत देश चाहिए। इसलिए वह भारत के साथ अपनी दोस्ती को गहरा करना चाहता है।
सिंगापुर की यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-फिलिस्तीन के मुद्दे को सुलझाने के लिए द्विराष्ट्र समाधान का विकल्प सुझाया है। भारत इस मुद्दे पर शुरू से ही दो पक्षों के बीच बातचीत से शांति पूर्वक मुद्दे का हल निकालने का सुझाव देता रहा है।
पीएम मोदी की भूटान से वापसी से पहले दोनों देशों ने कई सहमति पत्रों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया और ऊर्जा, व्यापार, डिजिटल संपर्क, अंतरिक्ष और कृषि के क्षेत्र में समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही भारत-भूटान के बीच रेल संपर्क स्थापित करने पर एमओयू को अंतिम रूप दिया गया।
जर्मनी के म्यूनिख सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विभिन्न देशों के अपने विदेशी समकक्षों के साथ में मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान उन्होंने भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया। साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-हमास युद्ध जैसे अन्य मुद्दों पर दुनिया के सामने अपना पक्ष रखा ।
सामाजिक सुरक्षा समझौता, देश की लंबे समय से लंबित मांग है। यह अमेरिका में भारतीय पेशेवरों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी। इससे मेजबान देश और उस देश, जहां कर्मचारी काम करता है, दोनों में दोहरी सामाजिक सुरक्षा कटौती समाप्त हो जाएगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत और नेपाल के संबंधों को मजबूती देने के लिए 2 दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को काठमांडू पहुंच गए हैं। यहां वह अपने समकक्ष सउद से मुलाकात करने के साथ प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और नेपाली राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से भी मिलेंगे। भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठता बढ़ते देख चीन चिंता में पड़ गया।
भारत-फ्रांस के संबंधों में लगातार मधुरता और मजबूती बढ़ रही है। पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों काफी अच्छे दोस्त हैं। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों नेता गर्मजोशी के साथ मिलते हैं। दुबई में भी पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की।
चरम पर चल रहे वैश्विक तनावों के बीच अमेरिका और चीन ने अपने रिश्तों की कड़वाहट दूर करने के प्रयास के साथ ही वैश्विक समस्याओं के निदान पर भी फोकस किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिंग की वैश्विक क्षेत्रीय मुद्दों पर अहम वार्ता हुई है।
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