मैक्सिम वी.कोजलोव ने कहा कि रूस और भारत 2030 तक महत्वाकांक्षी 100 अरब डॉलर के व्यापार लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जिसे सहयोग और विविध व्यापार अवसरों के विस्तार से बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया, ब्राजील और गयाना का यह विदेश दौरा उनके सबसे व्यस्त और सफल विदेश यात्राओं में से एक रहा। पीएम मोदी ने इस दौरान 5 दिन की विदेश यात्रा में दुनिया के 31 नेताओं और संगठनों के मुखिया के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
पीएम मोदी और यूनान के समकक्ष कायरियाकोस मित्सोताकिस की फोन पर अहम वार्ता हुई है। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों पर प्रगति की समीक्षा समेत भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा समेत कई बड़े मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। विश्व शांति और स्थिरता के लिए हमारे संबंध जरूरी हैं।
अगस्त 2019 में ही भारत सरकार ने कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया था। भारत के इस फैसले से पाकिस्तान की भावनाएं बुरी तरह से आहत हुई थीं और पाकिस्तान ने भारत से होने वाले इंपोर्ट को बैन कर दिया।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली न्यूयॉर्क में पीएम मोदी के साथ आज द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद पहला बयान दिया है। उन्होंने बैठक को सार्थक बताया है।
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हो गई है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बैठक के बाद एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच यह साझेदारी पहले इतिहास के किसी भी समय की तुलना में सबसे ज्यादा मजबूत, घनिष्ठ और गतिशील है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मनी के साथ द्विपक्षीय साझेदारी में अन्य कई बड़ी संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले समय में जर्मनी भी भारत का रणनीतिक साझेदार हो सकता है।
पीएम मोदी की सिंगापुर यात्रा काफी अहम साबित हुई है। अब सिंगापुर भी भारत का रणनीतिक साझेदार बन गया है। इसके साथ ही सेमीकंडक्टर समेत 4 बड़े क्षेत्रों में महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं।
पीएम मोदी ने ब्रुनेई यात्रा के दूसरे दिन आज सुलतान हसनल बोलकिया से उनके लग्जरी पैलेस में मुलाकात की। इस दौरान देनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने पर चर्चा हुई। साथ ही प्रधानमंत्री ने सुल्तान हसनल को भारत आने का निमंत्रण दिया।
अमेरिका के साथ भारत अपनी रणनीतिक साझेदारी को लगातार मजबूत कर रहा है। अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन के बीच वाशिंगटन में रक्षा, सुरक्षा से लेकर औद्योगिक सहयोग जैसे मुद्दों पर व्यापक वार्ता हुई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी 3 देशों की यात्रा के दूसरे पड़ाव में अब न्यूजीलैंड पहुंच गई हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान वह न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लुक्सन और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात करेंगी। ताकि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके।
दूतावास ने भारतीयों को नौकरी दिलाने का झूठा झांसा देने वालों के खिलाफ आगाह करते हुए एक परामर्श जारी किया है। जयशंकर ने बैठक के दौरान आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए लाओस को भारत की ओर से पूर्ण समर्थन भी दिया।
थाईलैंड भारत में आसियान का प्रमुख साझेदार होने के साथ ही साथ रक्षा, सुरक्षा और तकनीकी सहयोग से लेकर व्यापार और प्रौद्योगिकी में भारत का अहम रणनीतिक साझेदार का रोल निभा रहा है। वह दक्षिण एशिया में भारत के प्रमुख सहयोगी के तौर पर उभरा है।
चीन ने भारत के खिलाफ रणनीतिक बढ़त हासिल करने के लिए श्रीलंका और नेपाल के रास्ते घुसपैठ का रास्ता लंबे समय से तलाशता रहा है। इसमें वह काफी हद तक सफल भी रहा है। हालांकि श्रीलंका में चीन की दाल बहुत अधिक नहीं गल पाई तो अब वह नेपाल को रिझाने में जुटा है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए 2 दिनों की भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने पीएम मोदी से व्यापार, ऊर्जा और संपर्क क्षेत्र को लेकर गहन विचार विमर्श किया। दोनों देश तमाम मुद्दों पर एक साथ चलने को सहमत हुए।
अमेरिका भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करना चाहता है। बता दें कि अमेरिका पहले से ही भारत का रणनीतिक साझीदार है। मोदी के रिकॉर्ड तीसरी बार पीएम बनने के बाद भारत और अमेरिका के रिश्तों में और अधिक मजबूती आने की उम्मीद की जा रही है।
इटली में चल रहे 50वें जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों ने अलग से द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को स्थिर व समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के लिए और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
भारत और बांग्लादेश के बीच कंसुलर संवाद में वीजा और प्रत्यर्पण जैसे मुद्दों पर होने वाली विसंगतियों को दूर करने का फैसला लिया गया है। इससे दोनों देशों के संबंधों में और निकटता आने की उम्मीद है। नई दिल्ली में भारत और बांग्लेदेश के बीच कई अहम मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता हुई।
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