बिहार में करीब दो तिहाई नवनिर्वाचित विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 81 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनावों में एनडीए को एक बार फिर जीत दिलाने के लिए सूबे की जनता को नमन किया है।
इस चुनाव में नरेंद्र मोदी बड़े गेम चेंजर साबित हुए । उन्होंने एक बार फिर साबित किया कि वो हवा का रुख अपनी तरफ मोड़ने का हुनर अच्छी तरह जानते हैं। बिहार के चुनाव पर पूरे देश की नजर थी।
कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतिश की जगह भाजपा अपना मुख्यमंत्री उतार सकती है। इन्हीं कयासों के बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्थिति को साफ की
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का बिहार चुनावों में सिर्फ एक विधायक जीता है लेकिन कई जगहों पर उसके प्रत्याशी अच्छा वोट प्राप्त करने में कामयाब हुए और उसका नुकसान एनडीए के प्रत्याशियों को सबसे ज्यादा उठाना पड़ा है।
भाजपा के दिग्गज नेता तथा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से जब इंडिया टीवी ने पूछा क्या वे अपने आप को भविष्य में बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर देखते हैं तो उनका जवाब काफी रोचक था
इस चुनाव में कई सीटों पर मुकाबला काफी दिलचस्प रहा और उम्मीदवारों के हार-जीत का फैसला काफी कम वोटों के अंतर से हुआ। एक नजर डालते हैं उन सीटों पर जहां हार-जीत का अंतर 500 से कम रहा।
दिग्विजय ने चुनाव परिणाम आने के बाद बयान देते हुए कहा कि भाजपा/संघ अमरबेल के समान हैं, जिस पेड़ पर लिपट जाती है वह पेड़ सूख जाता है और वह पनप जाती है।
मतगणना के बाद बुधवार सुबह जब लोग राजधानी पटना की सड़कों पर निकले तो उन्हें नीतिश के समर्थन में पोस्टर दिखाई दिए।
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के लिए बिहार की जनता के समर्थन को लेकर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने कहा कि बिहार के युवाओं ने यह साफ कर दिया है कि नया दशक बिहार का, आत्मनिर्भर बिहार का होगा।''
बिहार विधानसभा चुनावों के तहत पिछले कई घंटों से जारी मतगणना को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। रात एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि सारे परिणाम अगले कुछ ही घंटों में घोषित हो जाएंगे।
चिराग पासवान ने बिहार चुनावों में अपनी पार्टी के प्रदर्शन पर संतुष्टि जताई और कहा कि चुनावों में पार्टी का जो प्रदर्शन रहा है उसका लाभ पार्टी को भविष्य में मिलेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को हुई मतगणना में चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी का प्रदर्शन पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले खराब रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव में 70 विधानसभा सीटों पर चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस करीब 20 सीटों पर जीत हासिल करती नजर आ रही है और इस तरह से वह महाठबंधन में कमजोर कड़ी दिखाई देती है।
असदुद्दीन ओवैसी के तेलंगाना में उनके घर के बाहर खुशी में आतिशबाजी की गई। बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के प्रदर्शन के बाद यह खुशी मनाई जा रही है।
राष्ट्रीय जनता दल ने मंगलवार को दावा किया है कि महागठबंधन के 119 प्रत्याशी चुनाव जीत चुके थे, लेकिन उन्हें सर्टिफिकेट नहीं दिया गया।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को सुबह 8 बजे से चल रही वोटों की गिनती अभी भी जारी है।
बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने पांच सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की है। एआईएमआईएम पार्टी के उम्मीदवारों ने कोचाधामन, आमौर, बायसी, जोकीहाट और बहादुरगंज सीट पर जीत दर्ज की है।
ईवीएम की विश्वसनीयता के संबंध में कुछ नेताओं द्वारा सवाल उठाए जाने के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि यह मशीन ''पूरी तरह मजबूत है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं'' हो सकती।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) राज्य की सत्ता में वापसी करता है तो नेतृत्व को लेकर गठबंधन में कोई विवाद नहीं है।
संपादक की पसंद