कांग्रेस भी 'हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा' के जरिये जनता को साथ जोड़ने की कवायद में है। माले भी महाधिवेशन के जरिये शक्ति प्रदर्शन दिखाने की कोशिश में है और इन सब के बीच महागठबंधन के ये तमाम साथी एक मंच पर साथ आने वाले हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोला है, नीतीश ने कहा है कि जो लोग भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की चाहत रखते हैं, वे देश को बस बर्बाद करना चाहते हैं और कुछ नहीं।
अखिलेश प्रसाद सिंह साफ तौर पर कहा है कि जिसका जो हक है उसे मिलना चाहिए। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि कैबिनेट विस्तार तो होगा और जिसका जो हक है वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देंगे।
जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलयावी ने कहा, "बीजेपी हमेशा हमारे आर्म्ड फोर्सेज का इस्तेमाल अपने क्राइम को छिपाने के लिए करती है। उन्होंने हमारी सेनाओं के बलिदान, शौर्य और शहादत का फयदा उठाया है।
बलियावी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी को अगर पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है, तो सेना में 30 प्रतिशत मुस्लिम युवकों को जगह दें, पाकिस्तान आंख नहीं दिखा पाएगा।
उपेंद्र कुशवाहा की ओर से पार्टी की बैठक बुलाए जाने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सोमवार को कहा कि वह सिर्फ एमएलसी हैं, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर आप रोज बोलेंगे तो इसका मतलब है कि आपकी राय हमसे अलग है। नीतीश ने कहा कि ऐसी बातों पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है।
आज जब नीतीश से बीजेपी से फिर गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाथ मिलाने के बजाय मरना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी जबरदस्ती पीछे पड़ी है, महागठबंधन को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मीडिया के जरिए मुझसे बातचीत की शुरुआत नीतीश कुमार ने की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले 2 साल में मुझे खुद से फोन नहीं किया, मैंने ही जब जरूरत हुई नीतीश कुमार से फोन कर बात की।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इन दिनों नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं, क्योंकि उन्हें कमजोर किया जा रहा। वह पहले जब कमजोर हुए थे, तो हम हमेशा उनके साथ खड़े रहे।
उपेंद्र कुशवाहा को जब एम्स-दिल्ली में भर्ती कराया गया था और भाजपा के कुछ नेता उनसे मिले थे, तो नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा था कि वह पहले दो से तीन बार जदयू में शामिल हुए और छोड़े।
आरजेडी के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दिकी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है। पार्टी ने सुधाकर सिंह को जवाब देने के लिए 15 दिनों का समय दिया है, नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है।
आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि जिस कार्यक्रम में उन्होंने संबोधन दिया था उसमें उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने भाग लिया था, जिनमें से कई ने अधिक कड़े शब्दों वाली बातें कही थीं, लेकिन केवल मुझे निशाना बनाया जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा, विपक्ष को जनता के मुद्दे को उठाना चाहिए था, पर उन्होंने केवल हंगामा किया। हम हर सवाल का जवाब देने को तैयार हैं। जो लोग आज शराब की बात कर रहे हैं उन्होंने भी तो शपथ लिया था।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, हमारे मुख्यमंत्री बिहार के लिए विशेष श्रेणी के दर्जे की मांग करते रहे। हम मांग को दोहराते रहे, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला। कुछ लोग बिहार से नफरत करने लगते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के बाद पहली बार पटना पहुंचने अखिलेश प्रसाद सिंह का जोरदार स्वागत किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता एयरपोर्ट के बाहर एकत्र हो गए और वे पार्टी के झंडे लहराते और ढोल बजाते देखे गए।
नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा, मैं कहता हूं कि अगर उनका विरोध करने वाले सभी दल एक साथ आ जाएं, तो ऐसा समूह भारी बहुमत का आश्वासन दे सकता है। मैं इसे साकार करने की कोशिश करता रहूंगा।
प्रशांत किशोर ने सवालिया लहजे में कहा कि तेजस्वी यादव को राजनीति की कितनी समझ है? 2015 में विधायक बने इससे पहले इनको कौन जानता था? बिहार के जनता ने इनको नहीं चुना है।
पशुपति पारस ने कहा कि एनडीए बहुत बड़ा गठबंधन है, इसमें जो भी अन्य दल आएंगे तो एनडीए गठबंधन मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि अगर चिराग पासवान एनडीए में आते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
बिहार उपचुनाव आने वाले विधानसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट था। इस टेस्ट में बीजेपी और महागठबंधन दोनों ही अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। महागठबंधन ने गोपालगंज में बीजेपी की जीत का कारण ओवैसी की पार्टी को बताया। हालांकि ये तय है कि आगामी विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होगा।
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