बिहार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से सड़क पर पानी आ चुका है। पटना से 50 किलोमीटर दूर बख्तियारपुर के पास अथमलगोला में नेशनल हाईवे 31 पर गंगा का पानी आ गया है। पटना से बेगूसराय जाने वाली सड़क नेशनल हाईवे 31 पर पानी के बीच गाड़ियां रेंगती हुई नजर आईं।
हर साल की तरह इस बार भी बिहार बाढ़ का संकट झेल रहा है। बिहार की कई नदियों में भारी बारिश के कारण जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है। आइए जानते हैं इस बाढ़ के कारणों के बारे में विस्तार से।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सड़क मार्ग से पटना के आसपास के गंगा नदी के कई इलाकों तथा विभिन्न घाटों का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद नीतीश ने पत्रकारों से कहा कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है तथा इसके जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना व्यक्त की गई है।
बिहार में बाढ़ से अबतक 27 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 जिलों की 81,79,257 आबादी इससे प्रभावित है।
बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और गंगा में जलस्तर सोमवार को बढ़ रहा है, जबकि भारी बारिश ने देश के कुछ हिस्सों में सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
गृह मंत्रालय के डिजास्टर मैनेजमेंट डिवीजन ने केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के हवाले से बताया कि कैसे न केवल असम, बल्कि बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, केरल और महाराष्ट्र में भी भारी बारिश से स्थिति गंभीर हुई है |
बिहार में बाढ़: भारतीय वायुसेना ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए दरभंगा में 2 हेलिकॉप्टर तैनात किए
सबसे पहले एनडीआरएफ की बोट उस पेड़ के पास पहुंची जिस पेड़ पर तीन लोग थे। ऊपर की तरफ बुजुर्ग लटके थे। नीचे एक लड़का और एक बकरी थी और साथ में इन लोगों का सामान भी था। पहले पेड़ से इन लोगों को बचाने के बाद बोट दूसरे पड़े की तरफ पहुंची इस घने पेड़ में ऊपर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले दिल्ली से पूर्णिया पहुंचेंगे। उसके बाद वह बाढ़ प्रभावित जिले पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज का हवाई दौरा करेंगे। वह लोगों तक पहुंचाए जाने वाले बचाव कार्यों का भी पूरा जायजा लेंगे। हवाई दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री यहां से रानीगंज के एक स्कूल में चलाए जा रहे राहत कार्यो को भी देखने पहुंचे। यहां उन्होंने कुछ पीड़ितों को अपने हाथों से राहत सामग्री भी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री कटिहार और किशनगंज के लिए निकल गए। नीतीश मंगलवार से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का
बाढ़ प्रभावित बायसी के बेलगछी गांव के रामलखन का परिवार तो पुलिस अधीक्षक निशांत तिवारी का मुरीद बन गया है। रामलखन कहते हैं कि बाढ़ आने के बाद से गांव में राहत और बचाव कार्य नहीं पहुंच पाया था। किसी तरह उन्होंने इसकी जानकारी एसपी तक पहुंचाई।
ये सवाल फिलहाल हवा में तैर रहे है। चीन की नीयत पर सवाल उठाए जा रहे हैं क्योंकि चीन ने इस बार ऐसी हरकत ही कर डाली है। डोकलाम का बदला चीन ने मानवता की सभी हदें पार करके लिया है। चीन ने इस बार उसके यहां से प्रवाहित होकर भारत आने वाली नदियों की जलराशि के
पुल के किनारे का हिस्सा पूरी तरह बह चुका था। किनारे दर्जनों लोग खड़े थे। लोगों को अंदेशा था कि पुल का ये हिस्सा कभी भी गिर सकता है। बावजूद इसके लोग पुल पार करने की कोशिश कर रहे थे। दूर खड़े कुछ लोग ऐसा करने से मना भी कर रहे थे लेकिन कोई मानने को तैया
उत्तर भारत के कई राज्यों में जारी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। लगातार हो रही बारिश से बिहार, बंगाल और असम में व्यापक तबाही मची हुई है।
गंगा का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। पटना के गांधी घाट में गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। पुनपुन और अन्य छोटी नदियां पहले से ही उफान पर हैं। इसके बाद जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने सभी बीडीओ और सीओ को अलर्ट जारी किया है। गांधी घाट पर खतरे
बिहार में बाढ़ का संकट गहराने के कारण एनडीआरएफ ने आज चार अतिरिक्त दल पंजाब के बठिंडा से बिहार में पटना के लिये एयरलिफ्ट कराये हैं। एनडीआरएफ से प्राप्त आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बिहार, असम, उार प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गु
एक अधिकारी ने बताया कि अररिया में 20, सीतामढ़ी में छह, किशनगंज में पांच, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण और दरभंगा में तीन-तीन लोगों और मधुबनी में एक व्यक्ति की मौत हुई है। किशनगंज, पूर्णयिा के तीन प्रखंड और कटिहार का एक प्रखंड बाढ़ की चपेट में है जिससे सड़क
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