Vaishali Vidhan Sabha Chunav Result: साल 2015 में इस सीट पर जदयू के राज किशोर ने हम पार्टी के प्रत्याशी को हराया था. इस चुनाव में हम का जदयू से ही गठबंधन है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि तेजप्रताप यादव ने महुआ सीट इस लिए छोड़ी है क्योंकि उन्हें अलग रह रही उनकी पत्नी एश्वर्य राय से वहां चुनौती मिलने की आशंका थी।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में राजगीर विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और कांग्रेस के बीच में है।
बिहार की एकमा विधानसभा सीट पर मुख्य नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और लालू यादव की पार्टी राजद के बीच मुख्य मुकाबला है।
सीट बंटवारे से पहले ही बिहार में एनडीए के महत्वपूर्ण दल एलजेपी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। भाजपा और जदयू में अभी भी सीटों को लेकर बातचीत जारी है।
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है, राज्य में 28 अक्तूबर से लेकर 7 नवंबर तक 3 चरणों में मतदान होगा और 10 नवंबर को परिणाम आएगा। बिहार का विधानसभा चुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण समझा जाता है, इसके परिणाम सिर्फ राज्य की राजनीति तक ही सीमित नहीं रहते बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी इनका बड़ा असर होता है। ऐसे में अब सभी की नजर है कि इस बार बिहार विधानसभा में कौन सा गठबंधन बाजी मारेगा? लोकसभा चुनाव में तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने महागठबंधन को बुरी तरह से हराया था, ऐसे में देखना होगा कि क्या विधानसभा चुनाव में भी लोकसभा चुनाव जैसा हाल होता है या महागठंबधन वापसी करता है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने दोपहर 12.30 बजे दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 243 सीटों वाली विधानसभा के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। बिहार चुनाव तीन चरणों में होगा। पहले चरण में 16 जिलों में 71 सीटों पर चुनाव होगा। दूसरे चरण में 17 जिलों में 94 सीटों पर और तीसरे चरण में 15 जिलों में 78 सीटों पर चुनाव होगा। पहले चरण की अधिसूचना 1 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है। दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर को होगा और आखिरि यानी तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा। 10 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। बता दें कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर 2020 को खत्म हो रहा है इसलिए नई सरकार का गठन विधानसभा के कार्यकाल खत्म होने से पहले जरूरी है।
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