लोग अपने उम्मीदवारों के लिए मतदान करने के लिए तैयार हैं। मतदान कल सुबह 6 बजे शुरू होगा।
बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाताओं की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए, राजनीतिक दलों ने अब मतदाताओं को सांप्रदायिक आधार देने के लिए चुनाव प्रचार में धर्म, राष्ट्रवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे लाए हैं।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 5 नवंबर, 2020
7 नवंबर, 2020 को तीसरे चरण में मतदान करने वाले 15 जिलों में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा, वैशाली, मुजफ्फरपुर, और समस्तीपुर शामिल हैं।
पीएम मोदी ने अपने पत्र में कहा है, 'मैं बिहार के विकास को लेकर आश्वस्त हूं। मुझे यह सुनिश्चित करने के लिए नीतीश कुमार सरकार की जरूरत है कि बिहार में विकास नीतियों के लिए कोई रुकावट न हो। '
2015 के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल के सीताराम यादव ने आसानी से जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी के अरुण शंकर प्रसाद को 10 हजार से भी ज्यादा मतों के अंतर से पराजित किया था।
2015 के विधानसभा चुनावों में एक कड़े मुकाबले में कांग्रेस की भावना झा ने बाजी मारी थी। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी विनोद नारायण झा को 4 हजार से भी ज्यादा मतों के अंतर से हराया था।
2015 के विधानसभा चुनावों में एनडीए की तरफ से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उम्मीदवार बसंत कुमार ने कड़े मुकाबले में जीत दर्ज की थी।
2015 के बिहार विधानसभा चुनावों में जनता दल यूनाइटेड की रंजू गीता ने आसानी से जीत दर्ज की थी। उन्होंने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की उम्मीदवार रेखा कुमारी को लगभग 17 हजार वोटों से हराया था।
बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के लिए धुआंधार प्रचार किया जा रहा है. मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब मधुबनी के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे, तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा.
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 94 सीटों पर वोटिंग जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक शुरुआत के दो घंटे में सुबह 9 बजे तक 8 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है।
2015 के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी सैयद अबु दोजाना ने एक बड़ी जीत दर्ज की थी। उन्होंने अपने निकटतम निर्दलीय प्रतिद्वंदी को 23 हजार से भी ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था।
2015 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की गायत्री देवी ने राष्ट्रीय जनता दल के राम चंद्र पुर्वे को 4017 मतों के अंतर से हराया था।
2015 के चुनावों में बीजेपी के प्रत्याशी दिनकर राम को 74763 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुरेंद्र राम के खाते में कुल 54597 वोट पड़े थे, और इस तरह दिनकर 20 हजार से भी ज्यादा वोटों के अंतर से जीते थे।
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो रीगा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अमित कुमार ने बीजेपी के मोती लाल प्रसाद को लगभग 23 हजार मतों के अंतर से मात दी थी।
2015 के चुनावों की बात करें तो फैसल रहमान ने पवन कुमार जायसवाल पर बड़ी जीत दर्ज की थी। उन चुनावों में आरजेडी के टिकट पर फैसल ने बीजेपी उम्मीदवार पवन को 19 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी थी।
2015 के चुनावों में बीजेपी के लाल बाबू प्रसाद गुप्ता ने आरजेडी के लक्ष्मी नारायण प्रसाद यादव को लगभग साढ़े चार हजार मतों के अंतर से मात दी थी।
पीएम मोदी ने कहा, 'जब नागरिकता संशोधन कानून (CAA) आया तो इन्होंने झूठ फैलाया कि बहुत सारे भारतीयों की नागरिकता चली जाएगी | अब एक साल होने को है, लेकिन क्या किसी भी भारतीय नागरिक की नागरिकता गई ?'
प्रधानमंत्री ने कहा, ''महागठबंधन के साथ देश के टुकड़े करने वाले बाराती बनकर जुटे हुए हैं। इनको मौका मिला तो बिहार फिर से जंगलराज के खतरनाक दौर में पहुंच जाएगा। इसके लिए बिहार को सावधान रहना है। जंगलराज के युवराज से सभी को अलर्ट रहना है।''
मनिहारी में इस बार समीकऱण काफी बदले हुए हैं, पिछले चुनाव में जहां कांग्रेस को जदयू के महागठबंधन में शामिल होने का फायदा मिला था, वहीं इस बार जदयू एनडीए का हिस्सा है और एलजेपी अकेले चुनाव लड़ रही है, ऐसे में यहां बेहद नजदीकी मुकाबला होने की उम्मीद है।
संपादक की पसंद