भारत और भूटान के संबंध काफी पारंपरिक और गहरे रहे हैं। यही वजह है कि भूटान के प्रधानमंत्री बनने के बाद शेरिंग टोबगे ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत पहुंच चुके हैं। वह 5 दिन यहां रहेंगे। उन्होंने आज पहले दिन पीएम मोदी से मुलाकात की।
भूटान के एक छोटे भूभाग पर हाल ही में चीनी सेना ने कब्जा कर लिया था। इस घटना के बाद पहली बार फूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग भारत आ रहे हैं। वह अपने 5 दिनों के दौरे के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि भूटान के प्रधानमंत्री पीएम मोदी से अपना दर्द बयां कर सकते हैं।
चीन ने भूटान की सीमा में शाही जमीन पर कब्जा कर लिया है। किसी भी देश की विवादित सीमा में चीन की ओर से किया गया यह सबसे बड़ा अतिक्रमण है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने भूटानी क्षेत्र में 200 से अधिक इमारतों का निर्माण कर दिया है और सड़कें बना दी हैं। चीन ने इसे अपनी एक चीन नीति बताया है।
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक अपनी 8 दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत असम से कर दी है। यहां पहुंचने पर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने उनका स्वागत किया। असम में 3 दिन रहने के बाद वह रविवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। यहां पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलेंगे।
भूटान नरेश वांगचुक 8 दिनों की लंबी यात्रा पर 3 नवंबर से भारत में होंगे। इस दौरान वह दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र और असम जैसे राज्यों में भी जाएंगे और वहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वह नई दिल्ली में पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे।
भारत ने कोविड महामारी के दौरान कोरोना का टीका बनाकर न सिर्फ अपने देश के लोगों की जान बचाई, बल्कि दुनिया के 100 देशों में वैक्सीन मैत्री पहल के तहत इसे उपलब्ध कराया। पीएम मोदी के इस प्रयास की अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में जमकर सराहना हो रही है। भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने इसे भारत की बड़ी मानवीय पहल बताया।
बीजिंग में 21 से 24 अगस्त तक चीन-भूटान सीमा मुद्दों पर विशेषज्ञ समूह की 13वीं बैठक हुई। चीन और भूटान अपने सीमा विवाद को हल करने के लिए ‘तीन स्तरीय रोडमैप’ लागू करने में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं।
ब लोग दुबई या साउदी की बजाए सोना खरीदने के लिए भूटान का रुख कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि इसका कारण क्या है और आप कितना सोना लेकर आ सकते हैं।
इस देश में हिंदू धर्म के लोग भी रहते हैं, हिंदू मंदिर भी यहां है। बौद्ध मठ भी यहां हैं। इस्लाम धर्म को मानने वाले निवासी भी यहां हजारों की तादाद में हैं, लेकिन मस्जिद एक भी नहीं है।
भूटानी पीएम लोटे शेरिंग ने यह भी कह दिया था कि डोकलाम विवाद के हल में चीन की भी समान भूमिका है। भूटान से मिले इस समर्थन के बाद चीन फूला नहीं समा रहा था। लेकिन अब भरत की यात्रा पर भूटान नरेश जिग्मे वांगचुक आए हैं। भूटान नरेश की यह भारत यात्रा चीन को नहीं रास आ रही है।
भूटान अब चीन के पक्ष में बयान दे रहा है। भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने कहा कि डोकलाम विवाद को हल करने में चीन की भी समान भूमिका है। उनके हालिया बयान इस विवादित और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र पर भूटान के बदलते पक्ष को दिखाते हैं।
भारत शुरू से डोकलाम में चीनी घुसपैठ का विरोध करता है, क्योंकि यह इलाका रणनीतिक तौर पर अति संवेदनशील सिलीगुड़ी कॉरिडोर के करीब है।
भारत ने अफगानिस्तान के अलावा भूटान को भी 2400 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। यह विदेश मंत्रालय के विकास कोष का कुल 41.04 प्रतिशत है।
चीन का सीमा विवाद से पुराना नाता रहा है, सिर्फ भारत के साथ ही नहीं, बल्कि भूटान, नेपाल और फिलिस्तीन, वियतनाम जैसे देशों के साथ भी उसका पुराना विवाद है। चीन की विस्तारवादी मंशा के चलते उसका विभिन्न देशों के साथ सीमा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। भारत की तरह ही भूटान से भी उसका सीमा विवाद चल रहा है।
India-Bhutan borders: असम सीमा पर स्थित भारत-भूटान सीमा द्वार ‘समद्रुप जोंगखर’ और ‘गेलेफू’ कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से पहली बार 23 सितंबर को पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे।
Tshering Tobgay: भूटान के पूर्व प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने रविवार को कहा कि भारत और चीन को “अपनी राजनीति को अपने पड़ोसी देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।”
सैनिकों ने हवा में ऊंचाई से छलांग लगाई तथा निगरानी और लक्ष्य भेदने का अभ्यास किया। सिलीगुड़ी गलियारा नेपाल, भूटान और बांग्लादेश की सीमा से लगती जमीन है। यह पूर्वोत्तर क्षेत्र को शेष भारत से जोड़ता है और सैन्य दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
आज एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में दुनिया में इतनी उथल-पुथल मच चुकी है कि उसे देखते हुए अब सभी को लगने लगा है- ठहराव ज़रूरी है।
पिछले साल, प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी सशस्त्र बलों का लीजन ऑफ मेरिट बाय द यूएस गवर्नमेंट पुरस्कार मिला, जो उत्कृष्ट सेवाओं और उपलब्धियों के प्रदर्शन में विशिष्ट मेधावी आचरण के लिए दिया जाता है।
भूटान और भारत के रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की ओर एक बड़ा कदम उठाया गया है। PM मोदी को भूटान का 'सर्वोच्च नागरिक' का सम्मान दिया जाएगा। इसकी घोषणा भूटान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके की।
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