कोरेगांव भीमा लड़ाई की वर्षगांठ मनाने के कार्यक्रम में जातिगत संघर्ष के एक साल बाद, मंगलवार को यहां आठ से दस लाख लोगों ने भारी सुरक्षा के बीच ‘जय स्तम्भ’ स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बेवजह की अफवाह और राजनीति कैसे एक सिस्टम और लोगों की जिंदगी को हिलाकर रख देती है कोरेगांव हिंसा उसका जीता जागता सबूत है...
शिकायत में खालिद के भाषण के भी अंश हैं जिसके मुताबिक खालिद ने कहा, 'अगर हम इस नई पेशवाई के खिलाफ जंग को जीतना चाहते हैं तो हमें...
जाधव स्कूल में पढ़ता था। पुलिस कार्रवाई के दौरान उसके सिर में चोट लगी थी और उसे हदगांव अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया...
हर साल होने वाले शौर्य दिवस में दलित समाज अपने पूर्वजों की वीरता का जश्न धूमधाम से मनाता आया है लेकिन इस बार शौर्य दिवस पर राजनीति हावी हो गई और देखते ही देखते पूरा महाराष्ट्र कुरुक्षेत्र का मैदान बन गया।
पुणे में सोमवार को दो गुटों में झड़प के बाद आज विभिन्न दलित संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है. बंद की वजह से 40 हज़ार से ज्यादा स्कूल बसें नहीं चलेंगी.
जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। पुणे में कल हुई हिंसा के बाद आज महाराष्ट्र के कई शहरों में हिंसा के मामले सामने आए हैं...
1 जनवरी 1818 में कोरेगांव की लड़ाई ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य के पेशवा गुट के बीच कोरेगांव भीमा में लड़ी गई थी...
एक जनवरी 1818 यानि ठीक दो सौ साल पहले कोरेगांव में हुई जंग को लेकर पुणे एक बार फिर जंग का मैदान बन गया...
चेम्बूर में हार्बर लोकल रुट की बेलापुर सीएसटी लोकल ट्रेन भी रोकी गई। औरंगाबाद में भी हिंसा के बाद धारा 144 लगाई गई है...
नए साल के मौके पर महाराष्ट्र के पुणे शहर में कोरेगांव भीमा, पबल और शिकरापुर गांव के लोगों व दलितों के बीच एक कार्यक्रम के दौरान हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत होने से पूरे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति है।
One killed in clashes at Bhima Koregaon battle anniversary event in Pune
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